भारत राष्ट्र समिति की खम्मम रैली के जरिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बनाना चाहते हैं, लेकिन कितनी कामयाबी मिलेगी, यह भविष्य के गर्भ में है?
खम्मम रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, पंजाब के सीएम भगवंत मान, केरल के सीएम पिनराई विजयन ने केसीआर के साथ मंच साझा किया.
यह एक तरह से गैर कांग्रेसी-गैरभाजपाई तीसरा मोर्चा है?
दरअसल, केसीआर एकसाथ दो मोर्चों पर लड़ रहे हैं, राष्ट्रीय स्तर पर यह उनकी शुरुआत है, लिहाजा वहां कोई बड़ी उपलब्धि आसान नहीं है, क्योंकि उनका प्रभाव क्षेत्र तेलंगाना है, परन्तु असली मकसद अगला विधानसभा चुनाव जीतना है और ऐसी रैली के जरिए वे तेलंगाना में यह सियासी संदेश देना चाहते हैं कि उनके राज्य का नेता राष्ट्रीय स्तर पर पकड़ और पहचान रखता है, यह कुछ-कुछ गुजरात में नरेंद्र मोदी जैसा सियासी दांव है?
देखना दिलचस्प होगा कि केसीआर इस नए मोर्चे में एकता कैसे कायम रख पाते हैं और यह मोर्चा 2024 में कितनी कामयाबी हासिल करता है?