भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें नौजवानों को रोजगार देने में नाकाम साबित हुई है। इसी के साथ उन्होने प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में घोटाले को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए नौजवानों की इसी आवाज़ को बुलंद कर रहे हैं। उन्होने जनता से इस यात्रा को सफल बनाने का आह्वान किया है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ‘इस समय देश और प्रदेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है बेरोजगारी। केंद्र और राज्य सरकार न सिर्फ नौजवानों को रोजगार देने में विफल रही हैं बल्कि उससे भी बड़ा दुर्भाग्य यह है कि रोजगार देने की उनकी कोई नीयत ही नहीं है। रोजगार की बातें सिर्फ विज्ञापन और पोस्टर तक सीमित रह गई है। प्रदेश का हाल यह है कि पहले तो कोई भर्ती परीक्षा नहीं होती और अगर भर्ती परीक्षा होती है तो उसके रिजल्ट घोषित नहीं किए जाते और जब रिजल्ट घोषित होते हैं तो उसमें भर्ती घोटाले के आरोप लग जाते हैं और जब यह आरोप लग जाते हैं तो सरकार घोटाले को दबाने की कोशिश करने लगती है।नतीजा यह होता है कि कोई प्रत्यक्ष बेरोजगार होता है तो कोई चयनित अभ्यर्थी के रूप में बेरोजगार होता है तो कोई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न होने के कारण बेरोजगार रह जाता है।’
पटवारी का आरोप, आरटीओ बैरियर पर हो रही अवैध वसूली
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश की सीमाओं पर लगे आरटीओ बैरियर अवैध वसूली के अड्डे हैं। जावरा-नयागांव बैरियर की तरह ही सेंधवा बैरियर में भी ट्रकों से हर माह 31.50 करोड़ की उगाही हो रही है! दस्तावेज हो या नहीं, यहां तैनात जिम्मेदारों को इससे फर्क नहीं पड़ता! पैसा नहीं, तो प्रवेश नहीं। मध्यप्रदेश को महाराष्ट्र से जोड़ने वाले सेंधवा बैरियर से रोज करीब 7 हजार वाहन गुजर रहे हैं! डनसे पांच सौ लेकर पांच हजार तक की वसूली की जा रही है! औसतन 15 सौ की दर से रोज 1.05 करोड़ की उगाही हो रही है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह भी है कि 50 प्रतिशत कमीशन को खुली छूट देने वाली भाजपा सरकार पूरी तरह से अवैध वसूली के इस संगठित कारोबार को संरक्षित कर रही है!