मंत्रियों के यहां पदस्थ स्टाफ को भेजा मूल विभाग

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भोपाल। प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज के कार्यकाल में रहे कैबिनेट और राज्य मंत्रियों के सरकारी स्टाफ को मूल विभाग भेज दिया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया है। शिवराज सरकार में मंत्री रहे कुल 23 कैबिनेट और राज्य मंत्रियों के निजी स्टाफ की सेवाएं स्टाफ कर उन्हें मूल विभाग में लौटने का आदेश जारी किया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। पूर्व मंत्रियों ने अपनी निजी पदस्थापना में अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों को पदस्थ किया था, जिन्हें फिर से उनके मूल विभाग में भेज दिया गया है। अधिकारी-कर्मचारियों को सेंट्रल स्टोर में सामान वापस करने और दस्तावेज के ट्रांसफर के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा जल्द ही मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा। नियम अनुसार नई विधानसभा के गठन पर पुराने मंत्री अपने निजी स्टाफ की सेवाएं उनके मूल विभागों को वापस कर देते हैं। इस नियम के तहत पूर्व मंत्रियों ने निजी स्टाफ की सेवाएं मूल विभाग को वापस लौटा दी हैं।

राघवेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव नियुक्त
आईएएस अधिकारी राघवेंद्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री मोहन यादव का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। इसके लिए शुक्रवार रात आदेश जारी किया गया। सरकारी आदेश के अनुसार, 1997 बैच के आईएएस अधिकारी सिंह 1994 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष रस्तोगी का स्थान लेंगे। रस्तोगी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव थे। सिंह इस पद पर नियुक्त होने से पहले खनन विभाग के प्रधान सचिव थे। उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। पूर्व सीएम शिवराज सिंह की सरकार में राघवेंद्र सिंह जनसंपर्क के प्रमुख सचिव के रूप में कार्य किए थे। चुनाव से कुछ महीने पहले ही उन्हे खनिज विभाग में भेजा गया था।

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