लंबे समय से उठ रही है मांग
भोपाल। प्रदेश में इस बार छात्रसंघ के चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से हो सकते हैं। इसे लेकर छात्र संगठन भी सक्रिय नजर आ रहे हैं। लंबे समय ने छात्र संघों द्वारा इस बात की मांग भी उठाई जा रही थी, लेकिन सरकार इसका फैसला नहीं ले पा रही थी। अब माना जा रहा है कि अगले शैक्षणिक सत्र में छात्र संघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराए जा सकते हैं।
प्रदेश सरकार अब छात्र संघ चुनावों को लेकर सक्रिय नजर आ रही है। इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग भी तैयारी में जुट गया है। उच्च शिक्षा विभाग का जो शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया गया है, उसमें अगस्त-सितंबर में छात्रसंघ चुनाव का उल्लेख है। ऐसे में इस बात की चर्चा तेज हो गई हैं कि इस साल प्रदेश में छात्र संघ के चुनाव जरूर होंगे. क्योंकि राजनीति की पहली पाठशाला कॉलेजों से ही शुरू होती है, जहां से कई बड़े नेता निकल चुके हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश के वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए खुद छात्र संघ चुनाव की पेशकश की थी। लिहाजा अब यादव मुख्यमंत्री बनने के बाद इसकी संभावना बढ़ गई है। आखरी बार 1992 में प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हुए थे, जबकि उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए डॉक्टर मोहन यादव ने प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने का जिक्र किया था. ऐसे में माना जा रहा है कि अगर अगस्त-सितंबर माह तक छात्रसंघ के चुनाव होते हैं तो चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से ही होने की उम्मीद है।