MP Politics : मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार दोहरा रहे हैं कि वो युवाओं को 1 लाख नौकरियां देंगे। लेकिन कांग्रेस इसे बीजेपी का शगूफा बता रही है। कमलनाथ ने शिवराज पर निशाना साधते हुए इसे चुनावी घोषणा करार दिया है और कहा है कि रोजगार के मुद्दे पर भी बीजेपी राजनीति कर रही है।
मंगलवार को ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ के पोर्टल का शुभारंभ करते हुए एक बार फिर सीएम शिवराज ने कहा कि युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए बीजेपी सरकार कृत संकल्पित है। उन्होने कहा कि “मैंने 15 अगस्त, 2022 को सरकारी नौकरियों में एक लाख पदों पर भर्ती की घोषणा की थी। अब तक 55,000 पदों पर भर्तियां की जा चुकी हैं और बाकी पदों पर 15 अगस्त तक भर्तियां पूरी कर ली जायेंगी। उन्होने कहा कि आगे भी निरंतर सरकारी नौकरियां दी जाएंगी।” इस तरह मुख्यमंत्री ने वादा किया कि सरकारी नौकरियों में भर्ती का सिलसिला जारी रहेगा।
लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार युवाओं को बरगला रही है। उन्होने ट्वीट करते हुए कहा है कि “शिवराज सरकार चुनावी साल में बार-बार 1 लाख युवाओं को नौकरी देने का झाँसा दे रही है, जबकि हक़ीक़त यह है कि एमपीपीएससी पिछले साढ़े चार साल में सिर्फ 2659 अभ्यर्थियों की ही भर्ती कर सकी है। चयनित 2659 अभ्यर्थियों में से 1200 अभ्यर्थियों का चयन पिछले नौ महीनों में बेरोजगारी को लेकर युवाओं के भारी हंगामे के बाद किया गया है। क्या इस सरकार के लिये युवाओं को रोज़गार देने का मुद्दा भी चुनावी घोषणा तक ही सीमित है, क्या यह सरकार उन युवाओं का दर्द समझ रही है जो सरकार की ग़लत नीतियों की वजह से बेरोज़गार भटक रहे हैं? हालात बेहद चिंताजनक हैं।”