विधायकों ने की थी राज्यपाल से शिकायत
भोपाल। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों द्वारा राज्यपाल को की शिकायत के बाद अब सरकार की ओर से कांग्रेस विधायकों से भी 5-5 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के प्रस्ताव मांगे हैं। दरअसल, पिछले दिनों विधानसभा बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर भेदभाव के आरोप लगाए थे।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में विधायकों ने पिछले सप्ताह राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात कर हस्तक्षेप की मांग की थी। विधानसभा भवन में विरोध से लेकर गवर्नर तक मुलाकातों के बाद अब सरकार ने विकास कार्यों के प्रस्ताव मांगे हैं। बजट सत्र के दौरान, कांग्रेस विधायकों ने इस मामले का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों से विकास कार्यों के लिए 15-15 करोड़ के प्रस्ताव मांगे हैं, जो सड़क निर्माण, सामुदायिक भवन, अतिरिक्त कक्ष जैसे तमाम कार्यों को शामिल करते हैं। इसकी जानकारी मिलने पर, कांग्रेस विधायक मोहन सरकार पर भेदभाव के आरोप लगा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्यपाल से मिलने के बाद 8 फरवरी को मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश में जिस तरह से व्यवस्था चल रही है, भाजपा अपने विधायकों से 15 करोड़ और सांसदों से 50 करोड़ के प्रस्ताव मंगा रही है। मुख्यमंत्री ने जो शपथ ली उसमें सबके प्रति न्याय, नियम कानून के अनुसार सभी बराबर हैं। कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र से 15 करोड़ के प्रस्ताव नहीं मंगाए जा रहे। चूंकि हमारी विधानसभाओं में भी सभी समाज के लोग हैं, उनकी भी जरूरत के अनुसार सड़क, स्कूल, अस्पताल बनना चाहिए। क्या भाजपा प्रदेश की जनता के साथ ऐसा मजाक कर रही है? यही हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि आप सरकार को निर्देशित करें। आप इस तरह से कांग्रेस भाजपा में भेदभाव ना करें। निष्पक्ष रूप से विकास के लिए सभी को राशि आवंटित कराएं।