भोपाल। प्रदेश में बटेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है। मैहर में आयोजित बागेश्वर धाम के पंडित द्वारा पूर्व में तय की गई कथा को अचानक रद्द किए जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। वहीं कथा के आयोजनकर्ता भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने अब 15 अप्रैल को कथा स्थल पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही है।
मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी ने मैहर में आगामी 3 से 7 मई तक बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा कथा वाचन का कार्यक्रम तय किया था। इस कार्यक्रम में तैयारी भी करीब-करीब हो चुकी थी। इस बीच कथावाचक धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने यहां पर आयोजित कथा के कार्यक्रम को रद्द कर दिया। इसका कोई कारण भी उन्होंने नहीं बताया। इसे लेकर आज खुद विधायक नारायण त्रिपाठी ने सोशल मीडिया में बयान जारी कर पुष्टि कर दी है। कार्यक्रम रद्द होने को भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी की पार्टी से बगावत के नतीजे से जोड़कर देखा जा रहा है। अब विधायक त्रिपाठी ने आज कहा है कि जिस स्थल पर कथा का आयोजन किया जाना था उस स्थल पर वे 15 अप्रैल को हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। 15 अप्रैल को कथा स्थल का भूमिपूजन किया जाना तय किया था।
लगाए जा रहे कयास
गौरतलब है कि विधायक त्रिपाठी ने भाजपा से बगावत करके विंध्य जनता पार्टी के नाम से नई पार्टी बनाने की घोषणा की थी। सियासी जानकार बताते है कि वे बहुचर्चित धीरेंद्र शास्त्री की कथा के जरिये विंध्य में अपनी सियासी जमीन मजबूत करना चाह रहे थे, जो शायद प्रदेश भाजपा को रास नहीं आया। राजनीतिक दबाव के चलते धीरेंद्र शास्त्री ने कथा कैंसिल कर दी। विधायक त्रिपाठी ने जारी बयान में कहा है कि आयोजन की तैयारियां अंतिम पड़ाव पर थी और कथा रद्द हो गई।
विधायक की गाड़ी को ट्रक ने मारी टक्कर
बागेश्वर धाम की कथा में जाते समय मंगलवार की रात करीब 12 बजे गढ़ाकोटा के पास एक ट्रक से स्कार्पियो की टक्कर हो गई थी, विधायक दो गाड़ियों के साथ कथा सुनने के लिए जा रहे थे जिस गाड़ी की टक्कर हुई उसमें 4 लोग सवार थे किसी को कोई चोट नहीं आई है। खुद विधायक ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बाबा बागेश्वर के आशीर्वाद और हरसिद्धि माई की कृपा से सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वाहन के परखच्चे उड़ जाने के बाद भी वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं उन्होंने अपने शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया है बताया जा रहा है कि विधायक सतना से विदिशा में चल रही कथा को सुनने जा रहे थे जहां रास्ते में हादसे का शिकार होते-होते बचे।