महिला आरक्षण बिल में ओबीसी मुद्दे पर उमा से खफा है मोदी!
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने आज फिर सोशल मीडिया पर लिखा कि मोदी जी के बारे कोई ऐसा महापापी ही सोच सकता है कि जिन कुछ सिद्धांतों पर मैं चली हूं। उससे मोदी जी मुझसे नाराज हो सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने पिछले दिनों महिला आरक्षण बिल में 50 प्रतिशत ओबीसी, एससी और एसटी के लिए अलग रखने की मांग की थी। इसे लेकर वे ओबीसी वर्ग के नेताओं के साथ राजधानी भोपाल में बैठक भी कर चुकी हैं। बताया जाता है कि उमा भारती के इस कदम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नाराज हुए हैं। इसे लेकर उमा भारती ने आज फिर सोशल मीडिया पर लिखा कि मोदी जी के बारे में कोई ऐसा महापापी ही सोच सकता है कि जिन कुछ सिद्धांतों पर मैं चली हॅूं उससे मोदी जी मुझसे नाराज हो सकते हैं। ऐसा दुष्प्रचार मुझे नहीं बल्कि मोदी जी और बीजेपी को नुकसान पहुंचाने की बहुत ही गहरी चाल है। उन्होंने लिखा कि लिखा कि यह सच है कि मैंने अपनी इच्छाशक्ति से ही यह निर्णय लिए थे, तिरंगा के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ना, राम मंदिर आंदोलन में भाग लेना, 1996 में महिला आरक्षण में ओबीसी महिलाओं का मामला तब उठाना जब कांग्रेस और भाजपा ओबीसी आरक्षण के विरोध में एक थे।
शिवराज की ऋणी रहूंगी
उमा ने कहा कि 2019 से गंगा की यात्रा करते हुए गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए समाज एवं सरकार को उसकी जिम्मेदारी का स्मरण करना। मैंने मध्य प्रदेश में शराब वितरण नियंत्रण पर जो अभियान चलाया। मैं शिवराज सिंह जी की हमेशा चिर ऋणि रहूंगी कि उन्होंने हमारे सुझावों को कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर लागू किया है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर मैंने काम किया है। इन पर मेरी आस्था है। आगे भी मैं इन पर अडिग रहूंगी।