लोकसभा क्षेत्र से दो महिलाओं को टिकट दे सकती है पार्टी
भोपाल। संसद में महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में महिला कार्ड खेलने की तैयारी कर रही है। हालांकि इस बार चुनाव में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण नहीं मिलेगा, फिर भी कांग्रेस हर लोकसभा क्षेत्र से दो विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं को टिकट देने का विचार कर रही है। फिलहाल इस पर पार्टी में मंथन जारी है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने लगातार चुनावी रणनीति में बदलाव किया है। अब संसद में महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद कांग्रेस ने टिकट वितरण की रणनीति में भी बदलाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है। दिल्ली से लेकर प्रदेश के नेता महिलाओं को अधिक टिकट देने के पक्ष में नजर आ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ खुद इसे लेकर गंभीर है। वे भी टिकट वितरण में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाने की बात कह चुके हैं। हालांकि उन्होंने इसकी संख्या नहीं बताई है। माना जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बैठक में जो फैसला लिया गया कि हर लोकसभा क्षेत्र के दो विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं को प्रत्याशी बनाया जाए। सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस बार चुनाव में किसी लोकसभा क्षेत्र से एक तो किसी लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों से दो महिलाओं को टिकट दे सकती है। इस लिहाज से अनुमान इस बात का लगाया जा रहा है कि कांग्रेस ने इस बार चुनाव में चालीस से ज्यादा महिलाओं को टिकट देकर मैदान में उतारने का मन बनाया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 27 महिलाओं को टिकट दिया था, इसमें से 10 महिलाएं चुनाव जीतकर आई थी। वहीं बात की जाए 2014 के विधानसभा चुनाव की तो इस चुनाव में कांग्रेस की पांच महिला विधायक बन पाई थी।
भोपाल। संसद में महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में महिला कार्ड खेलने की तैयारी कर रही है। हालांकि इस बार चुनाव में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण नहीं मिलेगा, फिर भी कांग्रेस हर लोकसभा क्षेत्र से दो विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं को टिकट देने का विचार कर रही है। फिलहाल इस पर पार्टी में मंथन जारी है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने लगातार चुनावी रणनीति में बदलाव किया है। अब संसद में महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद कांग्रेस ने टिकट वितरण की रणनीति में भी बदलाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है। दिल्ली से लेकर प्रदेश के नेता महिलाओं को अधिक टिकट देने के पक्ष में नजर आ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ खुद इसे लेकर गंभीर है। वे भी टिकट वितरण में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाने की बात कह चुके हैं। हालांकि उन्होंने इसकी संख्या नहीं बताई है। माना जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बैठक में जो फैसला लिया गया कि हर लोकसभा क्षेत्र के दो विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं को प्रत्याशी बनाया जाए। सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस बार चुनाव में किसी लोकसभा क्षेत्र से एक तो किसी लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों से दो महिलाओं को टिकट दे सकती है। इस लिहाज से अनुमान इस बात का लगाया जा रहा है कि कांग्रेस ने इस बार चुनाव में चालीस से ज्यादा महिलाओं को टिकट देकर मैदान में उतारने का मन बनाया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 27 महिलाओं को टिकट दिया था, इसमें से 10 महिलाएं चुनाव जीतकर आई थी। वहीं बात की जाए 2014 के विधानसभा चुनाव की तो इस चुनाव में कांग्रेस की पांच महिला विधायक बन पाई थी।