प्रदीप द्विवेदी. प्रियंका गांधी राजनीति में लगातार आगे बढ़ रही हैं और कुछ ही समय में प्रभावशाली राजनेता बनकर उभरी हैं.
पल-पल इंडिया ने कहा था- प्रियंका गांधी की कामयाबी की कहानी 2022 से ही शुरू हो जाएगी और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव से शुरू हुआ है, उनका सफल सियासी सफर!
हालांकि, इसी साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली, परंतु हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी की मेहनत रंग लाई और कांग्रेस ने यहां शानदार प्रदर्शन करते हुए नई सरकार बनाई है.
याद रहे, पल-पल इंडिया के ऐस्ट्रोपॉलिटिकल एनालिसिस में 12 सितंबर 2020 को- प्रियंका गांधीः कांग्रेस को फिर से खड़ा करने में कामयाब रहेंगी? में लिखा था…. वर्ष 2013 से कांग्रेस के सियासी सितारे गर्दिश में हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजनीतिक हालात सुधारने के बहुत प्रयास भी किए, लेकिन मेहनत के सापेक्ष सफलता नहीं मिली.
दरअसल, सियासी सितारों पर भरोसा करें तो राहुल गांधी की सफलता का अध्याय 2023 से शुरू होगा, परन्तु प्रियंका गांधी की कामयाबी की कहानी 2022 से ही शुरू हो जाएगी, कर्मक्षेत्र में गुरु के घर मे मंगल की मौजूदगी उन्हें सेनापति जैसे तेवर के साथ आगे बढ़ाएगी.
प्रियंका गांधी को महादशा चक्र में शुक्र-बुध का संगम राजनीति में स्टार प्रचारक की तरह तो लोकप्रिय करेगा ही, सियासी बुद्धिबल के कारण वे विरोधियों के लिए परेशानियों का सबब भी बनेंगी. उन्हें पिछले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का महासचिव बनाया गया था और पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी भी दी गई थी.
हालांकि, उन्हें तब भी मेहनत के सापेक्ष सफलता नहीं मिली थी, परन्तु अब सियासी समय बदल रहा है.
उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी ने लंबे समय से कांग्रेस पर अपना ध्यान फोकस कर रखा है और ट्विटर सहित विभिन्न प्लेटफार्म पर वे विविध मुद्दे लगातार उठाती रही हैं.
देखना दिलचस्प होगा कि आगे प्रियंका गांधी किस तरह से सफलता प्राप्त करती हैं और राहुल गांधी 2023 से कामयाबी की कौनसी कहानी लिख पाते हैं!