कमलनाथ लेते हैं 90 प्रतिशत फैसले
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस में आज दो नेताओं अरुण यादव और जीतू पटवारी के बयानों ने एक बार फिर गुटबाजी और कई तरह की चर्चाओं को हवा दी है। अरुण यादव ने कहा कि पार्टी ने मुख्यमंत्री का चेहरा अभी तय नहीं किया है। संगठन में 90 प्रतिशत फैसले खुद कमलनाथ लेते हैं। वहीं जीतू पटवारी ने कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफे को लेकर कहा कि संविधान के अनुसार वे पांच साल के लिए अध्यक्ष हैं।
प्रदेश कांग्रेस एक ओर तो विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है। वहीं उसके नेता लगातार गुटों में बंटे नजर आ रहे हैं। इसका उदाहरण आज राजधानी में उस वक्त देखने को मिला जब मीडिया के सामने कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने खुलकर अपनी बात रखी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने आज एक मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर खुलकर कहा कि अभी कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री के लिए कोई चेहरा तय नहीं हुआ है। केंद्रीय नेतृत्व इस पर फैसला लेगा। वहीं हाल ही में हुए संगठन विस्तार को लेकर उन्होंने कहा कि संगठन विस्तार को लेकर मुझसे कोई सलाह मशवरा नहीं किया गया। पार्टी को लेकर कमलनाथ 90 प्रतिशत फैसले खुद लेते हैं। अरुण यादव के इस बयान ने भी कई चर्चाओं को हवा दे दी है।
राहुल गांधी ने की थी नियुक्ति
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आज पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर बने रहने के संकेत देते हुए कहा कि मेरी नियुक्ति पार्टी के पूर्व राश्टीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने की थी। अभी उन्हें इस बात की कोई सूचना नहीं है ि कवे कार्यकारी अध्यक्ष नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के अधिवेशन में इस बात का फैसला हुआ था कि पांच साल तक जो पद पर रहा है, वह स्वतः इस्तीफा देगा। उन्होंने कहा कि अगर वे इस परिधि में आएंगे तो इस्तीफा दे देंगे। गौरतलब है कि हाल ही में की गई जंबो कार्यकारिणी की घोषणा में कांग्रेस ने कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए किसी भी नाम की कोई घोषणा नहीं की है। यही वजह है कि आज पटवारी के सामने यह सवाल उठे।