पटना. बिहार में जातीय आधारित गणना की सर्वे रिपोर्ट जारी कर दी गई है. सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार ने यह सर्वे करवाया था.
सोमवार को पटना में बिहार सरकार में अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सर्वे रिपोर्ट जारी की. अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने इसके लिए किस तरह प्रक्रिया अपनाई और किस तरह इसमें त्रुटि की आशंका बिल्कुल नहीं है. बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ है.
यह है जातीय गणना का परिणाम
पिछड़ा वर्ग- 27.12 प्रतिशत
अत्यंत पिछड़ा वर्ग- 36.01 प्रतिशत
अनारक्षित- 15.52 प्रतिशत
ब्राह्मण- 3.65 प्रतिशत
कुर्मी- 2.87 प्रतिशत
यादव- 14.26 प्रतिशत
बनिया- 2.3 प्रतिशत
धोबी- 0.8 प्रतिशत
चंद्रवंशी- 1.04 प्रतिशत
सीएम नीतिश कुमार ने यह कहा
आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं. जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई. जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है, बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है. इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी.