मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बारिश के लिए प्रार्थना
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओरछा के श्री रामराजा मंदिर परिसर में रामराजा लोक का भूमि-पूजन किया और निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम की नगरी ओरछा में 81 करोड़ की लागत से श्री रामराजा मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र मिलाकर श्री राम राजा लोक का भव्य निर्माण होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा में उपस्थित सभी लोगों से आव्हान किया कि वे अपने-अपने गांवों के मंदिरों में वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि प्रार्थना-पूजा के साथ ही हम कर्म भी करेंगे। वर्षा के अभाव में यदि कोई संकट आता है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ गई है, बांध नहीं भरे हैं, पर हम हर तरह के संकट से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार किसानों और सभी प्रदेशवासियों को हर तरह के संकट से पार निकाल ले जाएगी। मुख्यमंत्री ने अछरू माता का जयघोष कराते हुए कहा कि “सूखे से डरने की जरूरत नहीं है – हम हर परिस्थिति का मिलकर सामना करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों को स्व-सहायता समूहों से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि बहनों द्वारा किए जा रहे कार्यों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अब प्रदेश में टोल नाकों का संचालन भी बहनें कर रही हैं और इसके संचालन से होने वाली आय का 30 प्रतिशत बहनों को दिया जा रहा है। बहनों को राशि उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा और राज्य सरकार द्वारा राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
महाकाल मंदिर में किया महारूद्र अनुष्ठान
प्रदेश में समुचित जल-वृष्टि के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज उज्जैन में भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में महारूद्र अनुष्ठान किया। अनुष्ठान में 1331 रूद्र पाठ किये गये। श्रावण-भादव माह में इस अनुष्ठान का अत्यधिक महत्व है। पं.घनश्याम पुजारी, पं.आशीष पुजारी, पं.यश-प्रदीप गुरू, पं.राधेश्याम शास्त्री, पं.लोकेश व्यास, पं.महेश पुजारी सहित कुल 66 पुजारियों ने महारूद्र अनुष्ठान सम्पन्न करवाया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओरछा के श्री रामराजा मंदिर परिसर में रामराजा लोक का भूमि-पूजन किया और निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम की नगरी ओरछा में 81 करोड़ की लागत से श्री रामराजा मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र मिलाकर श्री राम राजा लोक का भव्य निर्माण होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा में उपस्थित सभी लोगों से आव्हान किया कि वे अपने-अपने गांवों के मंदिरों में वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि प्रार्थना-पूजा के साथ ही हम कर्म भी करेंगे। वर्षा के अभाव में यदि कोई संकट आता है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ गई है, बांध नहीं भरे हैं, पर हम हर तरह के संकट से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार किसानों और सभी प्रदेशवासियों को हर तरह के संकट से पार निकाल ले जाएगी। मुख्यमंत्री ने अछरू माता का जयघोष कराते हुए कहा कि “सूखे से डरने की जरूरत नहीं है – हम हर परिस्थिति का मिलकर सामना करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों को स्व-सहायता समूहों से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि बहनों द्वारा किए जा रहे कार्यों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अब प्रदेश में टोल नाकों का संचालन भी बहनें कर रही हैं और इसके संचालन से होने वाली आय का 30 प्रतिशत बहनों को दिया जा रहा है। बहनों को राशि उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा और राज्य सरकार द्वारा राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
महाकाल मंदिर में किया महारूद्र अनुष्ठान
प्रदेश में समुचित जल-वृष्टि के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज उज्जैन में भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में महारूद्र अनुष्ठान किया। अनुष्ठान में 1331 रूद्र पाठ किये गये। श्रावण-भादव माह में इस अनुष्ठान का अत्यधिक महत्व है। पं.घनश्याम पुजारी, पं.आशीष पुजारी, पं.यश-प्रदीप गुरू, पं.राधेश्याम शास्त्री, पं.लोकेश व्यास, पं.महेश पुजारी सहित कुल 66 पुजारियों ने महारूद्र अनुष्ठान सम्पन्न करवाया।