प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर फ्रांस रवाना, बैस्टिल-डे समारोह में होंगे चीफ गेस्ट

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के लिए नई दिल्ली से पेरिस के लिए रवाना हुए. आगामी यात्रा में भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार को प्राथमिकता देने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री मोदी 14 जुलाई को फ्रांस के बैस्टिल दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे. अपने इस दौरे पर वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और अन्य फ्रांसीसी गणमान्य व्यक्तियों के साथ सार्थक चर्चा करेंगे. भारतीय समुदाय और शीर्ष सीईओ के साथ भी पीएम मोदी बातचीत करेंगे. चर्चा इस बात की भी है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रॉन की मुलाकात के दौरान फ्रांस और भारत सरकार के बीच राफेल जेट के 26 नौसैनिक वेरिएंट की खरीद के लिए समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है.

वार्षिक बैस्टिल-डे परेड में 14 जुलाई (शुक्रवार) को भारत की तीनों सेनाओं का 269 सदस्यीय दल भी भागीदारी करेगा. इस अवसर पर फ्रांसीसी जेट विमानों के साथ भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के तीन राफेल लड़ाकू विमान भी फ्लाईपास्ट में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री मोदी रक्षा, अंतरिक्ष, व्यापार और निवेश सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में फ्रांस और भारत के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ भी बातचीत करेंगे. फ्रांस दौरे के बाद पीएम मोदी का अबू धाबी जाने का भी कार्यक्रम है .प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया, ‘पेरिस के लिए रवाना हो रहा हूं, जहां मैं बैस्टिल दिवस समारोह में हिस्सा लूंगा. मैं राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और अन्य फ्रांसीसी गणमान्य व्यक्तियों के साथ सार्थक चर्चा की आशा करता हूं. अन्य कार्यक्रमों में भारतीय समुदाय और शीर्ष सीईओ के साथ बातचीत शामिल है.’

आज शाम में राष्ट्रपति मैक्रॉन, प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में निजी रात्रि भोज की मेजबानी करेंगे. पीएम मोदी शुक्रवार को बैस्टिल दिवस समारोह में शामिल होंगे तथा फ्रांस के नेशनल एसेम्बली के अध्यक्ष याल ब्राउनपिवेट से मिलेंगे. शुक्रवार को ही एलिसी पैलेस में प्रधानमंत्री मोदी का पारंपरिक स्वागत किया जाएगा और इसके बाद मोदी एवं मैक्रॉन के बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता होगी. दोनों नेता भारत-फ्रांस सीईओ फोरम में भी हिस्सा लेंगे. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि दोनों नेता सामरिक गठजोड़ के महत्वपूर्ण स्तम्भों की समीक्षा करेंगे जिसमें सुरक्षा, असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी, आतंकवाद से मुकाबला, साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष, जलवायु परिवर्तन आदि शामिल है. उन्होंने कहा कि दोनों नेता अंतरिक्ष में नए क्षेत्रों में सहयोग के रास्ते तलाश कर सकते हैं.

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