कहा तुम मुझे 30 दो, मैं 2024 में आपको दूंगा पृथक विंध्य
भोपाल। पृथक विंध्य की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे भाजपा विधायक ने बगावती सुर दिखाने तेज कर दिए है। भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने विंध्य पार्टी बनाने और 30 प्रत्याशी मैदान में उतारने के संकेत दिए हैं। त्रिपाठी ने समर्थकों को साफ कहा कि तुम मुझे 30 दो, मैं तुम्हे 2024 में पृथक विंध्य प्रदेश दूंगा।
पृथक विंध्य की मांग को लेकर पार्टी गाइडलाइन से हटकर काम कर रहे भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी बनाकर प्रत्याशी मैदान में उतारने का फैसला किया है। त्रिपाठी ने यह फैसला विंध्य आंदोलन से जुड़े समर्थकों के साथ बैठक में लिया। उन्होंने साफ कर दिया कि इस बार विंध्य प्रदेश अलग बनाने के लिए अब 30 विधायकों को विंध्य पार्टी के बैनर तले मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि वो सभी को पूरा विश्वास दिलाते हैं कि विंध्य प्रदेश का पुर्निर्माण कराएंगे. उन्होंने कहा कि दो मई से बाबा बागेश्वर धाम महाराज की कथा चालू होगी, जो 7 मई को समाप्त होगी. इसके बाद ये अभियान तेज होगा।
आप मुझे 30 दे दो, मैं पृथक विंध्य आपको दूंगा
त्रिपाठी ने कहा कि 15 तारीख के पहले विंध्य पार्टी का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। विंध्य के लोग अब अपनी पार्टी के टिकट पर चुनाव लडेंगे। त्रिपाठी ने कहा कि आपसे कहता हूं की आप मुझे 30 सीट दो। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि आप मुझे 30 दे दो मैं दावा करता हूं कि 2024 में पृथक विंध्य प्रदेश आपके हवाले कर दूंगा। लड़ाई हम अंतिम मुकाम तक लेकर जाएंगे और विंध्य प्रदेश का पुनर्निर्माण कराएंगे। उन्होंने कहा कि ये हमारा 30 विधानसभा का घर ठीक हो गया तो 2024 तक विंध्य प्रदेश बनाकर आपके हवाले कर दूंगा। उन्होंने मैहर को भी जिला बनाने की बात कही।
भाजपा उठा सकती है सख्त कदम
भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी द्वारा नई पार्टी गठन की बात सामने आने के बाद अब भाजपा संगठन नाराज नजर आ रहा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि ये लोकतंत्र है और चुनावी साल है। चुनाव है भारत का लोकतंत्र है। लोकतंत्र में सबको अपने अपने अधिकार है, इसलिए अगर भाजपा का कोई विधायक हैं या कोई ज़िम्मेदार कार्यकर्ता है, अगर वो कुछ ऐसा करता है, इसके बाद संगठन को जो आवश्यक निर्णय करने होंगे वो किया जाएगा। वहीं सतना पहुंचे भाजपा के राश्टीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पृथक विंध्य की उठ रही मांग को गैर जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि विधायक नारायण त्रिपाठी की बात को नारायण ही जाने।