भोपाल। चुनावी साल में कांग्रेस को भी भगवा रंग भा गया है। इसके चलते आज रविवार को कांग्रेस के हाल ही में गठित कांग्रेस पुजारी प्रकोष्ठ ने कांग्रेस कार्यालय को भगवा रंग देकर सजाया। विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने भी सॉफ्ट हिन्दुत्व का कार्ड खेलना शुरू किया है।
प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ रही है। भाजपा सरकार की तरह अभी से कांग्रेस ने मतदाता का दिल जीतने के लिए घोशणाएं करनी ष्षुरू कर दी है। वहीं अब हिन्दुत्व की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इसका नजारा आज उस वक्त देखने को मिला जब प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ की बैठक बुलाई गई। बैठक के पहले कांग्रेस कार्यालय पर भगवा पताकाएं फहराई गई। परिसर को पूरे भगवा रंग में रंगा गया। इसे लेकर पुजारी प्रकोष्ठ नेता सुधीर भारती का कहना है कि कमलनाथ मठ मंदिर के सरकारीकरण से मुक्ति का संकल्प लेने वाले हैं। हमारी वर्षों की लड़ाई में पहली बार किसी नेता ने साथ देने का फैसला किया है। केसरिया हमारे त्याग का प्रतीक है जो हम वर्षों से करते आ रहे हैं। इसी लिए कार्यालय परिसर को भगवा रंग से सजाया गया है। वहीं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने चर्चा करते हुए बताया कि इस बैठक में राज्य भर के पुजारियों पंडितों पुरोहितों को बुलाया गया। बैठक का उद्देश्य पंडितों पुजारियों की परेशानियों को जानकर उसके उचित समाधान की तरफ बढ़ना है। कांग्रेस ने पहली बार मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ बनाया है।
भाजपा धर्म का उपयोग कर करती है राजनीति
पुजारी प्रकोष्ठ के धर्मसंवाद को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि हमारी 15 महीने की कमलनाथ सरकार में हमने मंदिरों, मठों उत्थान की योजनाएं प्रारंभ की, महाकाल कॉरिडोर का निर्माण कराने की पहल की। रामवन गमन पथ के लिए योजना बनायी राशि स्वीकृत की, पुजारियों को सम्मान दिया। भाजपा केवल धर्म का उपयोग राजनीति के लिए करती है। दिखावे के लिए करती है, धर्म और आध्यात्म से उन्हें कोई सरोकार नहीं है।