वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के वाराणसी के दौरे पर हैं। पहले दिन पीएम मोदी ने नमो घाट पर काशी तमिल संगमम 2023 का रिमोर्ट दबाकर उद्घाटन किया। आज पीएम मोदी स्वर्वेद महामंदिर का लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नजर आए। बता दें कि स्वर्वेद महामंदिर के निर्माण में 35 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस मंदिर में 24 हजार श्रद्धालुओं के बैठने की क्षमता है।
इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह भी है कि यहां भगवान की नहीं योग साधना की पूजा होती है। दीवारों पर अद्भुत नक्काशी की गई है। 2004 में इसका निर्माण शुरू किया गया था। इस मंदिर से पीएम मोदी भावनात्मक रूप से भी जुड़े हुए हैं। उनकी मां स्वर्गीय हीराबेन भी अंतिम समय तक स्वर्वेद धाम से जुड़ी रहीं। पीएम मोदी के भाई भी इससे जुड़े हुए हैं।
स्वर्वेद महामंदिर धाम के मीडिया प्रभारी इंदू प्रकाश ने इस मंदिर की विशेषता और स्वर्वेद के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि स्वर्वेद दो शब्दों से बना है। स्वः और वेद। स्वः का मतलब आत्मा और परमात्मा होता है। वेद का मतलब ज्ञान है। जिसके द्वारा आत्मा और परमात्मा का ज्ञान हो वह ही स्वर्वेद है। बताया कि हमारे विहंगम योग संस्थान के प्रणेता संत सदाफल महाराज ने 17 वर्षों तक हिमालय में स्थित आश्रम में गहन साधना की थी। वहां से उन्हें जो ज्ञान प्राप्त हुआ उसे ही ग्रंथ के रूप में पिरो दिया गया। उसी ग्रंथ का नाम स्वर्वेद है।
मंदिर सभी तलों पर अंदर की दीवार पर लगभग चार हजार स्वर्वेद के दोहे लिखे हैं। बाहरी दीवार पर 138 प्रसंग वेद उपनिषद, महाभारत, रामायण, गीता आदि के प्रसंग पर चित्र बनाए गए हैं, ताकि लोग उससे प्रेरणा लें सकें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर रविवार शाम को पहुंचे थे। आज पीएम मोदी का सेवापुरी विकासखंड के बरकी ग्राम सभा में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम है। इसके अलावा पीएम मोदी काशी और पूर्वांचल के लिए आज 19,155 करोड़ की 37 विकास परियोजनाओ का तोहफा भी देने जा रहे हैं। इन विकास परियोजनाओं में सड़क एवं सेतु, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, पुलिस कल्याण, स्मार्ट सिटी एवं नगर विकास, रेलवे, एयरपोर्ट समेत कई परियोजनाएं शामिल हैं।