कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर शुभेंदु अधिकारी ने एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने हालिया राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो द्वारा आपराधिक धमकी और धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है. अधिकारी ने कहा कि जब से उन्होंने अपना राजनीतिक रास्ता बदला है तबसे उन्होंने कई मनगढ़ंत मामलों का सामना किया है.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ टीएमसी ने लगातार उनके और उनके राजनीतिक दल के सदस्यों के खिलाफ नफरत को बढ़ावा दिया है. गुरुवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में ममता बनर्जी ने अपने एक भाषण में कथित रूप से कहा था कि “उन्होंने हमारे चार नेताओं को जेल भेजा है तो हम हत्या के आरोप में उनके आठ नेताओं को जेल भेजेंगे.” ममता बनर्जी उन ताजा घटनाओं का जिक्र कर रही थीं, जिसमें केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी दलों के नेताओं पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है.
ममता बनर्जी ने दावा किया कि बीजेपी सरकार तीन महीने और चलेगी. भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों में टीएमसी नेताओं को पकड़ने में केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के जवाब में, बनर्जी ने बीजेपी को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “अगर आप हममें से चार को गिरफ्तार करेंगे, तो हम आप में से आठ को गिरफ्तार करेंगे.” तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी, जीबन कृष्ण साहा, माणिक भट्टाचार्य, अनुब्रत मंडल और ज्योति प्रिया मल्लिक भ्रष्टाचार के मामलों में कथित संलिप्तता की वजह से जेल में हैं.
मुख्यमंत्री के भाषण को “भड़काऊ” और “आपराधिक रूप से डराने वाला” बताते हुए अधिकारी ने कहा कि इस तरह के बयान न सिर्फ निराधार हैं, बल्कि संबंधित धारा के तहत गंभीर परिणाम हो सकते हैं. अधिकारी ने पुलिस से 182 (झूठी जानकारी), 194 (झूठे सबूत), 195ए (धमकी देना) सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के संभावित उल्लंघन का हवाला देते हुए ममता बनर्जी और घटना में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अपील की. इनके अलावा ममता बनर्जी पर 211, 203, 505(II) और 506 के तहत केस दर्ज कराई है.