मुख्यमंत्री ने किया अद्वैत-लोक का शिलान्यास
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर संत समुदाय के साथ आदि गुरु शंकराचार्य की अष्टधातु 108 फीट ऊंची एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने मांगलिक अनुष्ठान के साथ 2 हजार 200 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले अद्वैत-लोक का शिलान्यास किया ।
वैदिक यज्ञ में आहुति के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यज्ञ के पंडितों को और वेद पाठ कर रहे वेद पाठियों का अभिवादन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रतिमा के समक्ष साष्टांग प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि आदिगुरू शंकराचार्य की एकात्मता की प्रतिमा विश्व को शांति और एकता का संदेश देगी। अनावरण के बाद मुख्यमंत्री ने उपस्थित साधु-संत, संन्यासियों और विद्वानों को भोजन के लिए आमंत्रित कर अन्नपूर्णा लेकर आये। मुख्यमंत्री ने पत्नी साधना सिंह के साथ, पूज्य साधु-संत, संन्यासियों तथा विद्वानों को भोजन-प्रसादी स्वयं परोसी। पूज्य साधु-संतों ने मुख्यमंत्री को शॉल ओढ़ाकर एवं मिष्ठान खिलाकर आशीष दिया।
गांव-गांव तक पहुंचे शंकराचार्य के विचार
मुख्यमंत्री ने सिद्धवरकूट, ओंकारेश्वर में अद्वैत लोक के शिलान्यास के अवसर पर आयोजित ’ब्रह्मोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ’एकात्म धाम’ पूरी दुनिया को शांति का संदेश देकर, सही दिशा दिखाएगा, जिससे लोग अपने जीवन को धन्य बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य जी के विचार गांव-गांव, द्वार-द्वार तक पहुंचे, इसके लिए हमने “परिव्राजन“ योजना बनाई है।
बनेगा आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय वेदांत संस्थान
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओंकारेश्वर की पवित्र भूमि पर ’आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय वेदांत संस्थान’ बनेगा, जहां ’अद्वैत’ की शिक्षा लेने देश एवं दुनिया भर से विद्यार्थी आएंगे और यह ’अद्वैत’ में दीक्षित होकर विश्व में शांति की स्थापना करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अंतरात्मा से मानता हूं कि भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन अद्वैत वेदांत ही कराएगा।