संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को कमलनाथ का मिला साथ

0

भोपाल।  संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ उतर गए हैं। कमलनाथ ने फिर अपना वचन दोहराया है। उन्होंने लिखा है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को रस्से से बांधकर ले जाना और जेल में ठूंस देना अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाता है। मेरी सरकार ने संविदा कर्मियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन सत्ता लोभियों ने सरकार गिरा दी। मैं संविदाकर्मियों को नियमित करने के लिये आज भी वचनबद्ध हूं।
10 दिन से हड़ताल पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने सवाल उठाए है। प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर वचन दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने पर संविदा स्वास्थ्यकर्मियों केा नियमित किया जाएगा। वहीं हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर उन्होंने विरोध जताया है। दूसरी ओर युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने गिरफ्तारी के दिन को बताया काला दिन। उन्होंने कहा  यह गांधी का देश नहीं बचा, अब गोड़सेवादियों के राज में अपने अधिकार के लिए आवाज उठा रहे कोरोना योद्धाओं को भी जेल भेजा जा रहा है। शर्म की बात है! स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी में इतना संयम भी नहीं बचा है कि अपनी परेशानी सुना रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की पीड़ा को सुन सकें। मैं संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ खड़ा हूं।
बता दें कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर कल स्वास्थ्य मंत्री के गाड़ी का घेराव किया था। इस दौरान मंत्री निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बिना निरीक्षण किए ही दूसरी गाड़ी से वहां से रवाना हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने 10 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। केस दर्ज होने के बाद 8 कर्मचारी को जमानत मिल गई वहीं 2 कर्मचारी को जेल भेज दिया गया है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल का आज 10वां दिन है। मामला दर्ज होने के बाद कल देर रात थाने के बाहर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
जेल भरेंगे संविदा स्वास्थ्यकर्मी
प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपने 8 सार्थियों की गिरफ्तारी पर नाराज है। रविवार को भोपाल के जय प्रकाश जिला अस्पताल में स्वास्थ कर्मियों ने सिर पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही सरकार से कहा कि हम आतंकवादी नहीं, स्वास्थ्य सेना हैं। नियमितीकरण और गिरफ्तार साथियों की रिहाई की मांग कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने मंगलवार को प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है। इसमें प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी गिरफ्तारी देंगे। यह आंदोलन 27 दिसंबर को किया जाएगा।

Leave A Reply

To Top