किर्गिस्तान में प्रदेश के सभी छात्र सुरक्षित, लाएंगे वापस

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मुख्यमंत्री ने अभिभावकों को दिया आश्वासन
भोपाल। किर्गिस्तान में फंसे में उज्जैन के छात्रों को लेकर मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि किर्गिस्तान में मध्यप्रदेश के बच्चे सुरक्षित है। हम केन्द्र सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि जल्द ही इन बच्चों को भारत वापस लाया जाए। मुख्यमंत्री ने छात्रों के अभिभावकों को आश्वस्त किया है कि सभी छात्र सुरक्षित वापस लौटेंगे चिंता ना करें।
किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक और आसपास के इलाकों में इन दिनों भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी स्टूडेंट्स को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है। भारत से कई छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान में हैं। इनमें मध्य प्रदेश के उज्जैन के भी 10 से ज्यादा छात्र शामिल हैं। ये छात्र इतने डरे और ‎सहमे हुए हैं कि किसी भी तरह ‎जल्द से जल्द भारत लौटना ‎चाहते हैं। छात्रों ने अपने अभिभावकों को जानकारी दी है कि किर्गिस्तान के युवक हॉस्टल में घुसकर उनके साथ मारपीट और गाली-गलौच कर रहे हैं। इसके साथ ही उनका कमरे से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इसके बाद छात्रों के अभिभावकों ने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से छात्रों को सुरक्षित भारत वापस लाने का आग्रह किया था।
अभिभावकों के आग्रह पर मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने अभिभावकों को आश्वास्त किया है कि किर्गिस्तान में देश के हजारों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, जिसमें हमारे मध्यप्रदेश के छात्र-छात्राएं भी हैं। संतोष की बात है कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं।  उन्होंने कहा कि मैं सतत भारत सरकार के संपर्क में हूँ, किर्गिस्तान में स्थिति नियंत्रण में है। अभिभावकों से आग्रह है कि आप भी चिंता न करें। भारत सरकार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम अपने सभी बच्चों को सुरक्षित वापस लाएंगे।
मुख्यमंत्री ने छात्रों से की चर्चा, कहा हॉस्टल में रहकर करें पढ़ाई
मुख्यमंत्री ने रोहित पांचाल, रवि सराठे और विवेक शर्मा से बात की। उनसे अन्य विद्यार्थियों के हालचाल भी पूछे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने विद्यार्थियों को भरोसा दिलाया कि वह हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई करें। चूंकि शीघ्र ही उनकी परीक्षा होने वाली है। वे सभी परीक्षा में शामिल हो, इसके बाद ढाई महीने का अवकाश रहेगा। उन्हें घर बुलवा लेंगे। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि किसी भी अप्रिय स्थिति निर्मित होने पर वह मध्य प्रदेश में जिला प्रशासन से बात कर सकते हैं। राज्य सरकार को भी सूचना दे सकते हैं। इस पर तुरंत हम कार्रवाई करेंगे। वर्तमान में मध्यप्रदेश से 1200 और पूरे देश से लगभग तीस हजार विद्यार्थी किर्गिस्तान में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।

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