चुनाव लड़ने वालों का पड़ा है टोटा
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की हालत देखकर कांग्रेस के नेता लगातार कांग्रेस छोड़ते जा रहे हैं और एक के बाद एक चुनाव कांग्रेस हारती चली जा रही है। कांग्रेस के पास ना सेनापति है और ना सेना। चुनाव लड़ने वालों का टोटा पड़ा हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मैं आज पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि अबकी बार 400 पार भाजपा का मंत्र नहीं है। ये जनता की उद्घोषणा है। धारा 370 समाप्त करके जो काम भाजपा ने किया है इससे 370 सीट भाजपा और एनडीए 400 के पार जाएगी। वही, राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, राहुल तो ऐसे कप्तान हैं जिन्हें पता ही नहीं कि कब क्या करना चाहिए। जब उन्हें चुनाव की तैयारी करनी चाहिए तो वे यात्रा करते हैं। जब यात्रा करना चाहिए तो विदेश में छुट्टी मनाते हैं और चुनाव हारने के बाद ईवीएम, ईवीएम चिल्लाते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दशा इतनी खराब है कि, कांग्रेस की सर्वोच्च नेता सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। उनकी राज्य सभा में बैकडोर से एंट्री हुई है, जिसके सर्वोच्च नेता का आत्मविश्वास हिल गया हो उस पार्टी का क्या होगा ये कल्पना की जा सकती है। 2019 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था और अमेठी से खुद राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। अगर इतिहास देखें तो 2014 के बाद एक के बाद लगभग 50 चुनाव कांग्रेस हारी है। उनके मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस छोड़ दी। कई जगह उनके पास उम्मीदवार नहीं है। कांग्रेस ऐसा दल बन गई है, जिसके पास न सेना बची है न सेनापति। चुनाव लड़ने वालों का टोटा पड़ा हुआ है।
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की हालत देखकर कांग्रेस के नेता लगातार कांग्रेस छोड़ते जा रहे हैं और एक के बाद एक चुनाव कांग्रेस हारती चली जा रही है। कांग्रेस के पास ना सेनापति है और ना सेना। चुनाव लड़ने वालों का टोटा पड़ा हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मैं आज पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि अबकी बार 400 पार भाजपा का मंत्र नहीं है। ये जनता की उद्घोषणा है। धारा 370 समाप्त करके जो काम भाजपा ने किया है इससे 370 सीट भाजपा और एनडीए 400 के पार जाएगी। वही, राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, राहुल तो ऐसे कप्तान हैं जिन्हें पता ही नहीं कि कब क्या करना चाहिए। जब उन्हें चुनाव की तैयारी करनी चाहिए तो वे यात्रा करते हैं। जब यात्रा करना चाहिए तो विदेश में छुट्टी मनाते हैं और चुनाव हारने के बाद ईवीएम, ईवीएम चिल्लाते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दशा इतनी खराब है कि, कांग्रेस की सर्वोच्च नेता सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। उनकी राज्य सभा में बैकडोर से एंट्री हुई है, जिसके सर्वोच्च नेता का आत्मविश्वास हिल गया हो उस पार्टी का क्या होगा ये कल्पना की जा सकती है। 2019 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था और अमेठी से खुद राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। अगर इतिहास देखें तो 2014 के बाद एक के बाद लगभग 50 चुनाव कांग्रेस हारी है। उनके मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस छोड़ दी। कई जगह उनके पास उम्मीदवार नहीं है। कांग्रेस ऐसा दल बन गई है, जिसके पास न सेना बची है न सेनापति। चुनाव लड़ने वालों का टोटा पड़ा हुआ है।