भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि एक देश में एक संविधान लागू होना चाहिए।
प्रदेश में चुनावी साल में समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग उठने लगी है। यह मांग राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने उठाई है। सारंग का कहना है कि राज्य सरकार समान नागरिक कानून के लिए संकल्पित है। हर वर्ग के लिए एक देश में एक कानून जरूरी है, इसलिए मध्यप्रदेश में भी जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा। मंत्री के बयान को लेकर यह माना जा रहा है कि प्रदेश में जल्द ही सरकार इसे लेकर समिति बना सकती है।
गौरतलब है कि दिसंबर 2022 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समान नागरिक संहिता का समर्थन किया था। 2 दिन पहले भाजपा और संघ की समन्वय बैठक में भी यूसीसी के बारे में चर्चा की जा चुकी है।
क्या है समान नागरिक संहिता
समान नागरिक संहिता के अनुसार पूरे देश के लिए एक समान कानून के साथ ही सभी धार्मिक समुदायों के लिए विवाह, तलाक, विरासत, गोद लेने के नियम एक होंगे। संविधान के अनुच्छेद 44 में भारत में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून का प्रावधान लागू करने की बात कही गई है। ऐसे में एक पत्नी के रहते हुए आप दूसरी शादी नहीं कर सकते।