शुरू हुआ बैठकों का दौर, 10 फीसदी वोट बढ़ाने पर फोकस
भोपाल। भाजपा ने कांग्रेस के द्वारा शीतकालीन सत्र में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गिराने के बाद अब मैदानी जमावट तेज कर दी है। विधायकों, मंत्रियों की बैठकों के बाद अब संगठन कम अंतर से हारी सीटों को लेकर सक्रिय हो गया है। इन सीटों को फोकस कर मैदानी तैयारियां किस तरह की जाएं, इस पर मंथन तेज हो गया है।
प्रदेश भाजपा संगठन ने यह तय किया है कि 2018 के चुनाव परिणामों की तरह इस बार के परिणाम नहीं आने चाहिए। यानी साफ संदेश है कि किसी भी हालत में सरकार बनाने के लिए बहुमत से ज्यादा सीटों पर विजय हासिल होनी चाहिए। इसके लिए संगठन ने अब तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो दिनों तक विधायकों से सीधी चर्चा की तो संगठन ने मंत्रियों से चर्चा कर साफ संदेश दिया कि उन्हें प्रभार वाले जिलों में सक्रियता बढ़ानी है, साथ ही प्रदेश मुख्यालय में भी बैठना होगा। मंत्रियों को लेकर जिलों से लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर भी संगठन पदाधिकारियों ने मंत्रियों को साफ संदेष दिया कि चुनाव में ज्यादा समय नहीं है, इसलिए कार्यकर्ता की नाराजगी को दूर किया जाएं।
विधायकों, मंत्रियों की बैठक के बाद आज भाजपा संगठन ने 2018 के चुनाव में कम अंतर से हारी सीटों को लेकर मंथन किया। करीब सौ सीटों को लेकर संगठन पदाधिकारियों ने चर्चा की। ये वे सीटें है, जहां पर भाजपा को 1 हजार से 5 हजार मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा संगठन पदाधिकारियों का मानना है कि अगर इन सीटों को साध लिया और इस बार भाजपा ने जीत हासिल कर ली तो सरकार बनाने से उसे कोई रोक नहीं पाएगा। इसे लेकर इन विधानसभा सीटों के जिला प्रभारियों के साथ पदाधिकारियों ने चर्चा कर यहां पर 10 फीसदी वोट बढ़ाने का संदेश दिया है। बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने को कहा गया है।
इन सीटों पर भाजपा की है नजर
भाजपा संगठन ने बैठक में प्रभारियों को बताया कि 2018 के विधानसभा चुनाव में 1 हजार मतों के अंतर से 10 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। ये सभी सीटें ग्वालियर-चंबल अंचल की है। वहीं 18 सीटें ऐसी हैं जहां पर 2 हजार, 30 सीटें ऐसी हैं, जहां पर भाजपा को 3 हजार और करीब 45 सीटें ऐसी हैं, जहां पर भाजपा प्रत्याषी को 5 हजार मतों से हार का सामना करना पड़ा था। इन सीटों पर फोकस कर मैदानी सक्रियता बढ़ाना है।
आंकाक्षी विधानसभा क्षेत्र दिया नाम
भाजपा ने कम अंतर से हार वाली इन सीटों का आकांक्षी सीटें नाम दिया है। इन सीटों को लेकर प्रदेष भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि कहा कि आज हमारे मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी की जो हमारी आकांक्षी विधानसभाएं हैं, उनके जो प्रभारी हैं उनकी बैठक हुई है। लगातार पिछले कुछ समय से आकांक्षी विधानसभाओं की तैयारी की दृष्टि से जो प्रभारी हैं, वो अलग-अलग विषयों पर तैयरियों में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि इन सीटों पर संगठन व्यापक रणनीति बना रहा है।