इंदौर. कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद अगर मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी. कमलनाथ ने कहा, मध्यप्रदेश में अभी 100 यूनिट के लिए 100 रुपये का बिल चुकाना होता है. इसके बाद पूरा पैसा लगता है. हम सरकार में आते हैं तो 100 यूनिट बिजली बिल माफ करेंगे. साथ ही 200 यूनिट तक बिल हाफ करने का वादा कर रहे हैं.
उन्होंने यह बात गुरुवार शाम को इंदौर में कही. वे यहां एक निजी होटल में व्यापारिक संगठनों और अन्य सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों के साथ आमने-सामने की चर्चा करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर परिवार की आय बढ़े, हमारी सरकार इस पर फोकस करेगी. कमलनाथ ने इंदौर से पहले बदनावर में भी गुरुवार को ही यह घोषणा की थी.
सरकार ने 3 लाख 30 हजार करोड़ कर्ज का क्या किया
इंदौर में कमलनाथ ने कहा, ‘शिवराज सरकार ने 3 लाख 30 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है. इस कर्ज को चुकाने के लिए और कर्ज लेना पड़ेगा. लेकिन इस कर्ज का उपयोग क्या किया? क्या सरकार द्वारा लिए गए कर्ज से प्रदेश के पेंशनर्स को लाभ हुआ? क्या आशा-उषा कार्यकर्ताओं को लाभ हुआ? क्या हमारे संविदाकर्मियों को लाभ हुआ? क्या प्रदेश के आउटसोर्स कर्मचारियों को लाभ हुआ? सरकार ने किसे बड़े-बड़े ठेके दिए हैं, ये सबको पता है. चर्चा के बाद कमलनाथ नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे द्वारा आयोजित श्री खाटू श्याम जी भजन संध्या में भी शामिल हुए.
हमारा इंट्रेस्ट निवेश को अट्रैक्ट करने में
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भजन संध्या में कहा, मुझे आज भी याद है कि किस उम्मीद पर पीथमपुर बना था, कैसे आगे बढ़ा पीथमपुर. हमारा इंट्रेस्ट निवेश को अट्रैक्ट करने में है. निवेश का अट्रैक्शन तब हो सकता है, जब प्रदेश के प्रति विश्वास बढ़े. अगला चुनाव तय करेगा कि मध्यप्रदेश का भविष्य कैसा होगा? हम चाहते हैं कि किसानों की जेब में पैसे हों. उनके बच्चे अच्छी पढ़ाई कर सकें.
पीसीसी चीफ ने कहा, जब मैं मुख्यमंत्री था तो ढाई महीने आचार संहिता और लोकसभा चुनाव में चले गए. इसके बावजूद हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया. वह किसान इंदौर के बाजार में आकर कुछ खरीदी करता है तो यहां का व्यापार चलता है. आज बीजेपी को सीएम को किसान और बहनें याद आ रही हैं. आज उनको छोटा व्यापारी नजर आ रहा है. 18 साल नजर नहीं आया. घोषणा मशीन आप बन सकते हैं. मगर जनता बहुत समझदार है, खासकर इंदौर की जनता.