बेटियां न्याय के लिए सड़क पर बैठी हैं, कोई सुनने को तैयार नहीं!

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भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल 2023 को यौन उत्पीड़न के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है, इसमें एक नाबालिग पहलवान की शिकायत भी है, जिसके आधार पर पर पॉक्सो एक्ट लगाया गया है. उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महिला पहलवानों से मुलाकात की और कहा- जब देश की बेटियां मेडल जीतकर आती हैं, तो हम सभी गर्व करते हैं, लेकिन आज जब वही बेटियां न्याय के लिए सड़क पर बैठी हैं तो कोई सुनने को तैयार नहीं. ऐसे में जरूरी है कि आरोपी को पद से हटाया जाए ताकि वो पद का दुरुपयोग कर खिलाड़ियों पर दबाव न बनाए. साथ ही जो एफआईआर दर्ज हुई है, उसकी कॉपी दिखाई जाए.

खबर है कि…. पहलवान सत्यव्रत कादियान ने एफआईआर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि- यह अच्छा है कि एफआईआर दर्ज हुई, लेकिन एफआईआर से हमें क्या मिलेगा? क्या एफआईआर से हमें न्याय मिलेगा? दिल्ली पुलिस को पहले दिन ही एफआईआर दर्ज करनी चाहिए थी, कागजों पर हमारी लड़ाई अभी शुरू हुई है, देखते हैं कि हमारी लीगल टीम और कोच क्या कहते हैं? खबरों की मानें तो पहलवान बजरंग पुनिया ने एफआईआर को लेकर कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट के दबाव के चलते हुआ है, अगर ऐसा न होता तो पहले ही एफआईआर दर्ज हो गई होती, हमें सुप्रीम कोर्ट से ही उम्मीद है.

यही नहीं, उन्होंने पुलिस पर प्रदर्शन में व्यवधान उत्पन्न करने का आरोप भी लगाया और कहा कि- पुलिस पानी अंदर नहीं आने दे रही है, हमने कुछ गद्दे और सामान मंगवाए थे, लेकिन पुलिस ने धरनास्थल पर नहीं लाने दिया और बाहर से ही लौटा दिया, जब इस बारे में उन्होंने एसीपी से बात की तो कहा गया कि- धरना करना है तो सड़क पर सो जाइए.

उनका सवाल है कि- पुलिस पर ऐसा क्या दबाव हो गया कि वे खिलाड़ियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं? जब तक न्याय नहीं मिल जाता, पुलिस चाहे जितना अत्याचार कर ले, खिलाड़ी यहीं रहेंगे, ये भारत की बेटियों की लड़ाई है, उनके इज्जत और सम्मान की लड़ाई है, हमें चाहे कोई भी कुर्बानी देनी पड़े, हम उसके लिए तैयार बैठे हैं!

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