विजयवर्गीय, तोमर के बेटों की राह आसान नहीं

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आकाश समर्थक तो संगठन को करा चुके अपनी मंशा से अवगत
भोपाल। भाजपा ने कैलाश विजयवर्गीय और नरेन्द्र सिंह तोमर को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतार दिया, मगर इसके बाद उनके बेटों विधायक आकाशा विजयवर्गीय और टिकट की लंबे समय से दावेदारी कर रहे देवेन्द्र प्रताप सिंह तोमर की मुसीबत बढ़ गई है। माना जा रहा है कि पिता को टिकट मिलने के चलते अब बेटों को टिकट मिलना मुश्किल है।
प्रदेश भाजपा की दूसरी सूची में राश्टीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का टिकट तय हो गया। कैलाश को इंदौर क्रमांक एक से और तोमर को दिमनी से चुनाव मैदान में उतारा गया है। पहले दिन तो दोनों ही नेता खुश नजर आए, मगर जैसे-जैसे चौथी सूची जारी होने की बात सामने आ रही है, वैसे-वैसे इन नेताओं की चिंता बढ़ गई है। कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय वर्तमान में इंदौर तीन से विधायक है। मगर पिता को टिकट मिलने के बाद यहां पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई ने अपने पुत्र मिलिंद के लिए मोर्चा खोल दिया है। पहले ताई अपने पुत्र को राउ से चुनाव लड़ाने का मन बना चुकी थी, मगर अब वे इंदौर क्रमांक तीन सीट पर दावेदारी कर रही है। ताई के अलावा कई और टिकट के दावेदार सक्रिय हुए हैं, जिसके चलते आकाश की मुसीबत बढ़ने लगी है। जब टिकट कटने के आसार आकाश को नजर आए तो उन्होंने अपने समर्थकों को भोपाल भेजकर संगठन के सामने एक तरह से शक्ति प्रदर्शन करा दिया और टिकट की दावेदारी भी जता दी। आकाश समर्थकों पांच बसों में सवार होकर भोपाल आए और भाजपा के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर आकाश को टिकट देने की मांग की।
दूसरी और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी अपने पुत्र देवेन्द्र प्रताप सिंह तोमर को चुनाव मैदान में उतारने का प्रयास कर रहे थे। पिछले चुनाव के वक्त भी उन्होंने यह प्रयास किया था, मगर तब भी वे असफल रहे थे। इस बार अब जबकि पार्टी ने तोमर को दिमनी से चुनाव मैदान में उतार दिया है तो उनके पुत्र की दावेदारी भी खत्म होती सी नजर आ रही है। तोमर भी अपने पुत्र की दावेदारी को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।

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