साल 2024 में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा विरोधी पार्टियों को एकजुट करने की कवायद शुरू हो गयी है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और जेडी (एस) के नेता कुमारस्वामी के बाद के बा अब नीतीश कुमार ममता बनर्जी से मिलने कोलकाता आ रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री 25 अप्रैल मंगलवार को कोलकाता आ रहे हैं. वह कालीघाट में मुख्यमंत्री आवास आवास पर ममता बनर्जी से मुलाकात कर सकते हैं. इस दौरान विरोधी दलों को एकजुट करने के मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है.
बता दें कि कुछ हफ्ते पहले नीतीश कुमार दिल्ली गये थे. उस यात्रा के दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री और सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के साथ भी अलग से बैठक की थी.
नीतीश कुमार ने इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के साथ क्रमशः सीपीएम और सीपीआई महासचिव सीताराम येचुरी और डी राजा से भी लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने टेलीफोन पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बात की थी. जदयू के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री ने पहले ममता बनर्जी से बात करने का फैसला किया. भाजपा के खिलाफ लड़ाई में बंगाल की मुख्यमंत्री की भूमिका को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस भी तृणमूल और ममता बनर्जी को अतिरिक्त महत्व दे रही है.
नरेंद्र मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए दिल्ली पर कब्जा करने से रोकने के लिए बंगाल का 42 सीटों का परिणाम काफी महत्वपूर्ण है. ऐसे में नीतीश कुमार की पार्टी को बंगाल में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन बंगाल के बाहर कांग्रेस और अन्य भाजपा विरोधी दलों के अभियान में ममता बनर्जी के महत्व को ध्यान में रखते हुए उन्हें सांझा मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है. मल्लिकार्जुन खड़गे और नीतीश कुमार चाहते हैं कि स्टालिन जैसी विपक्षी पार्टियों को लेकर ममता बनर्जी कोलकाता या दिल्ली में एक सम्मेलन बुलाएं.
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के रेड रोड पर केंद्रीय अभाव के खिलाफ धरने पर बैठीं थीं. धरने के मंच से तृणमूल सुप्रीमो ने विपक्ष से 2024 में भाजपा को हराने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया था. केंद्र को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा, “हम मुंहतोड़ जवाब देना जानते हैं.” उन्होंने ईद के अवसर पर भी विरोधी दलों को एकजुट होकर आह्वान करते हुए कहा कि बीजेपी को साल 2024 के चुनाव में पराजित करना होगा