परिजनों को राजनीति विरासत सौंपने की तैयारी
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा नेता अपने परिजनों को टिकट दिलाने के लिए संगठन पर दबाव बनाते नजर आने लगे हैं। कोई अपने पुत्र को टिकट दिलाने और कोई पुत्री को टिकट दिलाने का प्रयास कर रहा है। एक नेता तो ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी पुत्री को टिकट दिलाने के लिए दिल्ली की मतदाता सूची से नाम कटवाकर अब धार की मतदाता सूची में नाम जुड़वा लिया है। पत्नी का टिकट कटते देख ये नेताजी अब अपनी पुत्री को टिकट दिलाने के प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी किए जाने के बाद अब दूसरी सूची जारी हो, इसके पहले परिजन लगातार अपने बेटे या फिर बेटी को टिकट दिलाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। इसके चलते वे संगठन पर दबाव भी बनाने से नहीं चूके रहे हैं। भाजपा नेताओं के इस प्रयास से संगठन भी चिंतित हो उठा है। टिकिट की चाहत में भाजपा के कद्दावर नेता रहे विक्रम वर्मा ने धार से जब अपनी पत्नी नीना वर्मा का टिकट कटने के आसार दिखे तो उन्होंने दबाव बनाने के लिए अपनी बेटी स्वाति प्रवेश वर्मा का दिल्ली की मतदाता सूची से नाम कटवाकर धार की मतदाता सूची में नाम जुड़वा लिया। वर्मा संगठन द्वारा पत्नी का टिकट काटे जाने पर बेटी को टिकट धार से दिलाना चाहता हैं। इसी तरह पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई महाजन भी अपने बेटे मिलिंद को टिकट दिलाने के लिए लगातार दबाव बना रही हैं। वे बेटे को इंदौर तीन या फिर पांच विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिलाने के लिए प्रयास कर रही है। पहले ताई राउ से अपने बेटे को टिकट दिलाना चाह रही थी, मगर जब यहां से पहली सूची में मधु वर्मा का नाम तय कर दिया गया तो ताई ने अब संगठन पर दबाव बनाना तेज कर दिया है। हालांकि ताई के सामने मुसीबत इस बात की है कि इंदौर तीन से आकाश विजयवर्गीय और पांच से महेंद्र हार्डिया विधायक हैं। आकाश विजयवर्गीय के लिए कैलाश विजयवर्गीय पूरी ताकत के साथ टिकट के लिए प्रयासरत है। इस स्थिति में इंदौर पांच के लिए ताई दबाव बना रही है।
इंदौर चार विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक मालिनी गौड़ भी अपनी सीट पर पुत्र एकलव्य गौड़ को प्रत्याशी होता देख रही है। हालांकि उन्हें संगठन की ओर से उनका टिकट कटने को लेकर कोई बात नहीं कही गई है। मगर उन्होंने भी सक्रियता दिखाकर यह प्रयास किया है कि अगर उनका टिकट कटता है तो उनके स्थान पर पुत्र एकलव्य को टिकट दिया जाए। हालांकि इस बात की जानकारी जब नेताओं को लगी तो उन्होंने इसका विरोध भी करना तेज कर दिया। जब बेटे का विरोध बढ़ा तो मालिनी गौड़ ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने संगठन से इस मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं की है।
ये नेता भी कर रहे प्रयास
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे प्रबल प्रताप सिंह को, पूर्व मंत्री जयंत मलैया पुत्र सिद्धार्थ मलैया दमोह विधानसभा, मंत्री गोपाल भार्गव पुत्र अभिषेक भार्गव, पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार बेटे मुदित शेजवार को, मंत्री गौरीशंकर बिसेन बेटी मौसम बिसेन को पूर्व गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता की बेटी कीर्ति भोपाल की दक्षिण पश्चिम सीट से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा बेटे तुषमुल झा और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बेटे सुकर्ण मिश्रा को टिकट दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।