भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने सोमवार को गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में हिंदी चिकित्सा प्रकोष्ठ ‘मंदार’ में एमबीबीएस द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष की पुस्तकों के लिप्यंतरण कार्य की समीक्षा की।
बैठक में कार्य प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया गया कि ट्रांसलिट्रेशन के कार्य को गति प्रदान करने के लिए एआई की भी सहायता ली जायेगी। सॉफ्टवेयर से पाठ्यक्रम के तकनीकी शब्दों को चिंहित कर उनका शब्दकोश तैयार किया जायेगा। सॉफ्टवेयर के लिए ऑपरेटरों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने प्रक्रिया को सरल रखने के लिए निर्देशित किया। इससे किसी भी प्रकार की असमंजस की स्थिति न बनें। मंत्री ने हिंदी चिकित्सा प्रकोष्ठ मंदार की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमने शून्य से शुरूआत की। पूरे देश में हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की सराहना की जा रही है। यह पूरी टीम के अथक परिश्रम का ही परिणाम है। इस दौरान मंत्री ने चिकित्सा पाठ्यक्रम के ट्रांसलिट्रेशन में जुटे शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा शिक्षकों एवं समन्वयकों के साथ वर्चुअल संवाद के लिए निर्देशित किया।