भोपाल। प्रदेश की डा मोहन सरकार लाडली बहनों के खाते में राशि डालने जा रही है। इसके लिए एक आदेश जारी किया गया है। इसमें बताया है कि कब बहनों के खाते में राशि पहुंच जाएगी।
लाड़ली बहना योजना को लेकर सरकार ने बड़ा संकेत दिया है। सरकार इस योजना की पात्र बहनाओं को राशि जारी करने वाली है। डा मोहन सरकार लाडली बहनों के खाते में पहली बार योजना की राशि डालेगी। इसके लिए आदेश जारी हो चुके हैं। आदेश के मुताबिक इस बार भी 10 तारीख को बहनों के खाते में राशि आ जाएगी। बता दें कि चार जनवरी को महिला एवं बाल विकास आयुक्त डॉ राम राव भोंसले के हस्ताक्षर से एक आदेश सामने आया है। इसमें सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी औप महिला बाल विकास अधिकारियों को कहा गया है कि 8 जनवरी तक अपने जिले के पंजीकृति लाभार्थियों की सूची के आधार पर पोर्टल में अपने लॉग इन से ई-पेमेंट के लिए स्वीकृति प्रदान करें। इसके बाद लाभार्थियों के खाते में 10 जनवरी को राशि ट्रांसफर की जाएगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस लगातार लाडली बहना योजना को लेकर सवाल उठा रही थी। अटकलें लगाई जा रही थीं कि योजना बंद हो जाएगी। हालांकि मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा था कि पुरानी सरकार की कोई भी योजना बंद नहीं होगी। इससे यह तो साफ हो गया था कि लाडली बहना योजना बंद नहीं होगी। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार भरोसा दे रहे थे कि भाजपा की सरकार प्रदेश में है, बहनों को राशि जारी होती रहेगी। अब दस तारीख को बहनों के खाते में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। बता दें कि करीब सवा करोड़ महिलाओं को इस योजना के तहत 1250 रुपए दिए जाते हैं।
शुरू हो गई ’पात्र’ और ’अपात्र’ की छंटनी
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार के द्वारा जारी आदेश को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि महिला एवं बाल विकास आयुक्त ने ’लाड़ली बहना योजना’ के तहत अजीब सा आदेश निकाला। इस आदेश में जिलों के कार्यक्रम अधिकारियों को ’पात्र हितग्राहियों’ की सूची बैंकों को भेजने के लिए कहा गया है। जब पिछले चार-पांच महीनों से जिस सूची के आधार पर लाड़ली बहनों को आर्थिक मदद दी जा रही है, क्या वो पात्र हितग्राहियों की सूची नहीं है। उमंग ने कहा कि इस आदेश की भाषा संदेह उत्पन्न करती है कि सरकार इस योजना में कुछ खुरपेंच करने वाली है। ’पात्र’ और ’अपात्र’ की पड़ताल करके ज्यादातर बहनों को योजना का लाभ देने से वंचित कर दिया जाए तो आश्चर्य नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव जीत गई है। शिवराज सिंह चौहान विदा हो गए, अब कुछ भी हो सकता है।
लाड़ली बहना योजना को लेकर सरकार ने बड़ा संकेत दिया है। सरकार इस योजना की पात्र बहनाओं को राशि जारी करने वाली है। डा मोहन सरकार लाडली बहनों के खाते में पहली बार योजना की राशि डालेगी। इसके लिए आदेश जारी हो चुके हैं। आदेश के मुताबिक इस बार भी 10 तारीख को बहनों के खाते में राशि आ जाएगी। बता दें कि चार जनवरी को महिला एवं बाल विकास आयुक्त डॉ राम राव भोंसले के हस्ताक्षर से एक आदेश सामने आया है। इसमें सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी औप महिला बाल विकास अधिकारियों को कहा गया है कि 8 जनवरी तक अपने जिले के पंजीकृति लाभार्थियों की सूची के आधार पर पोर्टल में अपने लॉग इन से ई-पेमेंट के लिए स्वीकृति प्रदान करें। इसके बाद लाभार्थियों के खाते में 10 जनवरी को राशि ट्रांसफर की जाएगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस लगातार लाडली बहना योजना को लेकर सवाल उठा रही थी। अटकलें लगाई जा रही थीं कि योजना बंद हो जाएगी। हालांकि मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा था कि पुरानी सरकार की कोई भी योजना बंद नहीं होगी। इससे यह तो साफ हो गया था कि लाडली बहना योजना बंद नहीं होगी। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार भरोसा दे रहे थे कि भाजपा की सरकार प्रदेश में है, बहनों को राशि जारी होती रहेगी। अब दस तारीख को बहनों के खाते में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। बता दें कि करीब सवा करोड़ महिलाओं को इस योजना के तहत 1250 रुपए दिए जाते हैं।
शुरू हो गई ’पात्र’ और ’अपात्र’ की छंटनी
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार के द्वारा जारी आदेश को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि महिला एवं बाल विकास आयुक्त ने ’लाड़ली बहना योजना’ के तहत अजीब सा आदेश निकाला। इस आदेश में जिलों के कार्यक्रम अधिकारियों को ’पात्र हितग्राहियों’ की सूची बैंकों को भेजने के लिए कहा गया है। जब पिछले चार-पांच महीनों से जिस सूची के आधार पर लाड़ली बहनों को आर्थिक मदद दी जा रही है, क्या वो पात्र हितग्राहियों की सूची नहीं है। उमंग ने कहा कि इस आदेश की भाषा संदेह उत्पन्न करती है कि सरकार इस योजना में कुछ खुरपेंच करने वाली है। ’पात्र’ और ’अपात्र’ की पड़ताल करके ज्यादातर बहनों को योजना का लाभ देने से वंचित कर दिया जाए तो आश्चर्य नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव जीत गई है। शिवराज सिंह चौहान विदा हो गए, अब कुछ भी हो सकता है।