भोपाल। लोकसभा चुनव के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है, भाजपा के सबसे वरिष्ठ विधायक, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने भारी संख्या में कांग्रेसियों की भाजपा में हो रही ज्वाइनिंग पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कांग्रेसियों की तुलना बेर के पेड़ से करते हुए कहा कि जैसे पकने के बाद बेर टपकते हैं, वैसे ही कांग्रेसी टपक-टपक कर आ रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस नेता इतनी तेज गति से पार्टी छोड़ रहे हैं जैसे उनके बीच कोई होड़ मची हो या फिर कोई शर्त लगी हो। इस बीच भाजपा के अंदरखाने से इसे लेकर कहीं-कहीं विरोध के सुर भी सुनाई देने लगे हैं। हालाँकि अनुशासन के चलते भाजपा का कोई भी नेता खुलकर कुछ नहीं कह रहा। पूर्व मंत्री और 9 बार के विधायक गोपाल भार्गव से जब मीडिया ने कांग्रेसियों की थोक ज्वाइनिंग और भाजपा नेताओं की नाराजगी पर सवाल किया तो उन्होंने बड़े ही सधे हुए अंदाज में कहा कि कोई नाराज नहीं हो रहा। भार्गव ने कहा कि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है, सब इफेक्ट ही इफेक्ट हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से बेरी पक जाती है और उसे हिलाते हैं तो बेर टपकते हैं ऐसे ही कांग्रेसी टपक-टपक कर आ रहे हैं और यही अच्छे दिन हैं। भार्गव ने कहा कि भाजपा अच्छे काम कर रही है, लोगों का विश्वास जीत रही है। सबसे बड़ा काम भयग्रस्त लोगों का भय दूर करना है, जो भाजपा कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा 400 से भी ज्यादा सीटें प्राप्त करेगी। छिंदवाड़ा में कमलनाथ से भय के सवाल पर भार्गव ने कहा कि हमें किसी का भय नहीं है,बाकी लोग भाजपा से भयभीत हैं।
एडजस्ट नहीं करेंगे, उन्हें एडजस्ट होना पड़ेगा
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे कांग्रेस नेताओं को लेकर अब भाजपा के वरिश्ठ नेताओं ने भी अपनी नाराजगी दिखानी शुरू की है। ये नेता खुलकर विरोध तो नहीं कर रहे, मगर इशारे-इशारे में अपनी बात कहते नजर आ रहे है। पहले पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह फिर विधायक अजय विश्नोई ने अपने-अपने तरीके से इन नेताओं को लेकर बात कही। अब पूर्व मंत्री ललिता यादव ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को एडजस्ट नहीं करेंगे, उन्हें एडजस्ट होना पड़ेगा। उनसे जब पूछा गया कि इससे पार्टी में साइड इफेक्ट तो नहीं होगा इस पर यादव ने कहा कि भाजपा के पास हर मर्ज की दवा है।
पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस नेता इतनी तेज गति से पार्टी छोड़ रहे हैं जैसे उनके बीच कोई होड़ मची हो या फिर कोई शर्त लगी हो। इस बीच भाजपा के अंदरखाने से इसे लेकर कहीं-कहीं विरोध के सुर भी सुनाई देने लगे हैं। हालाँकि अनुशासन के चलते भाजपा का कोई भी नेता खुलकर कुछ नहीं कह रहा। पूर्व मंत्री और 9 बार के विधायक गोपाल भार्गव से जब मीडिया ने कांग्रेसियों की थोक ज्वाइनिंग और भाजपा नेताओं की नाराजगी पर सवाल किया तो उन्होंने बड़े ही सधे हुए अंदाज में कहा कि कोई नाराज नहीं हो रहा। भार्गव ने कहा कि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है, सब इफेक्ट ही इफेक्ट हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से बेरी पक जाती है और उसे हिलाते हैं तो बेर टपकते हैं ऐसे ही कांग्रेसी टपक-टपक कर आ रहे हैं और यही अच्छे दिन हैं। भार्गव ने कहा कि भाजपा अच्छे काम कर रही है, लोगों का विश्वास जीत रही है। सबसे बड़ा काम भयग्रस्त लोगों का भय दूर करना है, जो भाजपा कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा 400 से भी ज्यादा सीटें प्राप्त करेगी। छिंदवाड़ा में कमलनाथ से भय के सवाल पर भार्गव ने कहा कि हमें किसी का भय नहीं है,बाकी लोग भाजपा से भयभीत हैं।
एडजस्ट नहीं करेंगे, उन्हें एडजस्ट होना पड़ेगा
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे कांग्रेस नेताओं को लेकर अब भाजपा के वरिश्ठ नेताओं ने भी अपनी नाराजगी दिखानी शुरू की है। ये नेता खुलकर विरोध तो नहीं कर रहे, मगर इशारे-इशारे में अपनी बात कहते नजर आ रहे है। पहले पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह फिर विधायक अजय विश्नोई ने अपने-अपने तरीके से इन नेताओं को लेकर बात कही। अब पूर्व मंत्री ललिता यादव ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को एडजस्ट नहीं करेंगे, उन्हें एडजस्ट होना पड़ेगा। उनसे जब पूछा गया कि इससे पार्टी में साइड इफेक्ट तो नहीं होगा इस पर यादव ने कहा कि भाजपा के पास हर मर्ज की दवा है।