भोपाल। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भाजपा से कांग्रेस में आने वालों को भी कांग्रेस टिकट देगी। उन्होंने कहा कि टिकट देने के पहले यह तय किया जाएगा कि वह प्रत्याशी जिताऊ है या नहीं।
विधानसभा चुनाव को लेकर दल-बदल के चलते भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। इनमें एक वर्तमान विधायक सहित कुछ पूर्व विधायक भी हैं, इसके अलावा कुछ सिंधिया समर्थक नेता भी शामिल हैं। वहीं इन नेताओं के कांग्रेस में आने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी दिखाई दी है। कुछ स्थानों पर इन नेताओं का जमकर विरोध भी नजर आया है। मगर अब कांग्रेस ने स्पश्ट कर दिया है कि भाजपा से कांग्रेस में आने वाले नेताआें को वह चुनाव में टिकट देकर कांग्रेस का प्रत्याशी बनाएगी। यह जानकारी आज स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने खुद दी है। उनका कहना है कि अगर भाजपा से आने वाला उम्मीदवार जिताऊ होगा, तो हम उसे भी टिकट देंगे। वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा कराए गए सर्वे और जिला अध्यक्षों द्वारा दिए गए नामों में अंतर को लेकर कहा कि दोनां ही में कोई अंतर नहीं है। सर्वे अच्छा हुआ है। जिला अध्यक्षों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट में अंतर नहीं है, बल्कि समानता है।
कांग्रेस का मुस्लिम वर्ग है निराश
पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजीज कुरैशी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मुस्लिम ;अल्पसंख्यक द्ध वर्ग से कम से कम 15 टिकट दिए जाने चाहिए, साथ ही 15 मुस्लिम वर्ग के वरिष्ठ नेताओं को जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाए। 10 लोगों को जिला कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम वर्ग को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया हैं, न ही उनकी कोई सुन रहा है, कांग्रेस का मुस्लिम वर्ग निराश है। कुरैशी ने कांग्रेस के उम्मीदवार चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उम्मीदवार के नाम सुझाने का जो तरीका अपनाया गया है, वह सही नहीं है। उम्मीदवारों के नाम प्राथमिक रूप से ब्लॉक से जिला और प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति को भेजे जाते थे। पार्टी को पूंजीवादी कब्जे से निकालना है, इसे गरीब की पार्टी बनाना है। हमारा वादा था कि किसान, गरीब, मेहनतकश की सरकार बनाएंगे।
विधानसभा चुनाव को लेकर दल-बदल के चलते भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। इनमें एक वर्तमान विधायक सहित कुछ पूर्व विधायक भी हैं, इसके अलावा कुछ सिंधिया समर्थक नेता भी शामिल हैं। वहीं इन नेताओं के कांग्रेस में आने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी दिखाई दी है। कुछ स्थानों पर इन नेताओं का जमकर विरोध भी नजर आया है। मगर अब कांग्रेस ने स्पश्ट कर दिया है कि भाजपा से कांग्रेस में आने वाले नेताआें को वह चुनाव में टिकट देकर कांग्रेस का प्रत्याशी बनाएगी। यह जानकारी आज स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने खुद दी है। उनका कहना है कि अगर भाजपा से आने वाला उम्मीदवार जिताऊ होगा, तो हम उसे भी टिकट देंगे। वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा कराए गए सर्वे और जिला अध्यक्षों द्वारा दिए गए नामों में अंतर को लेकर कहा कि दोनां ही में कोई अंतर नहीं है। सर्वे अच्छा हुआ है। जिला अध्यक्षों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट में अंतर नहीं है, बल्कि समानता है।
कांग्रेस का मुस्लिम वर्ग है निराश
पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजीज कुरैशी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मुस्लिम ;अल्पसंख्यक द्ध वर्ग से कम से कम 15 टिकट दिए जाने चाहिए, साथ ही 15 मुस्लिम वर्ग के वरिष्ठ नेताओं को जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाए। 10 लोगों को जिला कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम वर्ग को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया हैं, न ही उनकी कोई सुन रहा है, कांग्रेस का मुस्लिम वर्ग निराश है। कुरैशी ने कांग्रेस के उम्मीदवार चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उम्मीदवार के नाम सुझाने का जो तरीका अपनाया गया है, वह सही नहीं है। उम्मीदवारों के नाम प्राथमिक रूप से ब्लॉक से जिला और प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति को भेजे जाते थे। पार्टी को पूंजीवादी कब्जे से निकालना है, इसे गरीब की पार्टी बनाना है। हमारा वादा था कि किसान, गरीब, मेहनतकश की सरकार बनाएंगे।