केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा इससे बच्चों को जल्द मिलेगी मदद
भोपाल। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि चाइल्ड लाइन अब प्रदेश की सरकारों के सौंपी जाएगी। अगर बच्चा मुसीबत में है और मदद की गुहार लगा रहा है, तो उसका फोन एनजीओ के पास जाता है। ऐसी परिस्थिति में यह गहमागहमी होती है कि एफआईआर कहां हो। नई व्यवस्था से बच्चे या बच्ची का फोन कॉल सीधा स्थानीय प्रशासन के पास पहुंचेगा। उसे जल्द मदद मिलेगी।
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यह बात आज राजधानी भोपाल में रविन्द्र भवन में आयोजित ‘वत्सल भारत कार्यक्रम’ को संबोधित करते हुए कही। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बाल संरक्षण, बाल सुरक्षा और बाल कल्याण पर केंद्रित सात क्षेत्रीय संगोष्ठियों का आयोजन देश में अलग-अलग जगह किया जा रहा है। राजधानी में मध्य भारत क्षेत्र की संगोष्ठी का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया बेहद सरल कर दी है। पहले बच्चों को गोद लेने के लिए कठिन प्रक्रिया थी, अभिभावक इसके लिए कोर्ट जाने के लिए मजबूर थे। वहां से ऑर्डर लेने के बाद ही बच्चों को गोद लिया जा सकता था पर अब कानून में बदलाव कर जिला प्रशासन को यह जिम्मेदारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि कानून में बदलाव से देशभर में महज एक साल में 2250 से ज्यादा बच्चों को गोद लिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि चाइल्ड लाइन भी अब प्रदेश सरकारों के सुपुर्द की जा रहीं हैं। नई व्यवस्था से फोन कॉल सीधा स्थानीय प्रशासन के पास पहुंचेगा जिससे बच्चों को जल्द मदद मिलेगी।
बलात्कार पीड़िताओं को चार हजार की सहायता
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार अब बलात्कार पीड़िताओं को 4 हजार रुपए मासिक सहायता देगी। 18 साल तक की बच्चियों से बलात्कार होने पर उनके जख्मों पर मरहम के रूप में ये आर्थिक सहायता दी जाएगी। मंत्रालय ने इसके लिए 74 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। रेप पीड़िताओं को हर महीने 4 हजार रुपए दिए जाएंगे। ऐसी बच्चियों का 23 साल की उम्र तक सरकार संरक्षण करेगी।
कांग्रेस ने किया विरोध
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भोपाल में कांग्रेसियों ने महंगाई के विरोध में गैस सिलेंडर के पोस्टर दिखाए। केंद्रीय मंत्री भोपाल में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वात्सल्य कार्यक्रम में शामिल होने आई है। रविन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पर मंत्री को कांग्रेसियों ने पोस्टर दिखाए। हालांकि पुलिस ने कांग्रेसियों को हिरासत में ले लिया। वहीं, लिंक रोड नंबर-1 पर भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का महिला कांग्रेस ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया। हालांकि पुलिस ने केंद्रीय मंत्री का रूट डायवर्ट कर दिया।
गोद लिए बच्चों को लेकर पहुंचे अभिभावक
कार्यक्रम में बड़ी चूक सामने आई है। अभिभावक गोद लिए बच्चों को लेकर कार्यक्रम में बुलाया गया, जिससे गोद लिए गए बच्चों के चेहरे सार्वजनिक हुए। जबकि नियम के मुताबिक, गोद लिए गए बच्चों की पहचान उजागर नहीं की जाती है। वहीं केंद्रीय मंत्री ने बच्चों को गोद लेने वाले अभिभावकों को सम्मानित किया है।