दिल्ली पहुंचेंगे दिग्विजय, पचौरी सहित अन्य नेता
भोपाल। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में परिवर्तन की चर्चा तेज हो चली है। हालांकि अभी तय नहीं है कि किस स्तर पर कैसा परिवर्तन होगा। माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के रूख पर यह तय होगा कि प्रदेश में हार के बाद संगठन में परिवर्तन होगा या नहीं। फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष पद से कमलनाथ के इस्तीफे देने की चर्चा सियासी गलियारों में तेज हैं, मगर कांग्रेस नेता इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद इन दिनों संगठन में परिवर्तन को लेकर चर्चा का दौर तेज हो चला है। कयास इस बात के लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पद से इस्तीफा दे सकते हैं, मगर अभी उनकी ओर से इसे लेकर कोई संकेत नहीं मिले हैं। कांग्रेस की कल शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली बैठक को लेकर ये कयास तेज हुए हैं। कमलनाथ खुद इन दिनों दिल्ली में है। वे राष्ट्रीय नेताओं के साथ मुलाकात कर चुके है। इस बीच प्रदेश के नेताओं दिग्विजय सिंह, गोविंद सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, उमंग सिंघार और जीतू पटवारी को भी दिल्ली बुलाया है। माना जा रहा है कि इस बैठक में हार की समीक्षा होगी। साथ ही प्रदेश संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा की जा सकती है। दिल्ली बैठक के संकेत मिलने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदारों ने भी अपने-अपने हिसाब से जमावट शुरू की है। अरूण यादव के अलावा उमंग सिंघार समर्थक ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी हो सकती है चर्चा
सूत्रों की माने तो दिल्ली में होने वाली बैठक में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है। वैसे इस पद के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का नाम आगे हैं। माना जा रहा है कि अगर वे प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ते हैं तो नेता प्रतिपक्ष पद की जिम्मेदारी पार्टी उन्हें दे सकती है। वहीं चर्चा इस बात की भी है कि नई पीढ़ी को आगे लाने के चलते किसी अन्य नाम पर भी विचार हो सकता है। इनमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के अलावा उमंग सिंघार, बाला बच्चन और रामनिवास रावत के नाम सामने आ रहे हैं।
उमंग ने दिग्विजय से की मुलाकात
उमंग सिंघार ने आज दिग्विजय सिंह के निवास पर पहुंचकर उनके मुलाकात की। सिंघार कांग्रेस की हार के बाद से लगातार दिग्विजय सिंह और उनके बीच चली आ रही कटुता को मिटाने का प्रयास कर रहे हैं। पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर सिंह से माफी मांगी थी, इसके बाद आज दिग्विजय सिंह से मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर सिंघार ने कहा कि उनकी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से सौजन्य भेंट थी। दोनों के बीच मनभेद कभी नहीं हुआ। मतभेद जरूर राजनीतिक कारणों के चलते होता रहा। मगर उनसे मेरे अच्छे संबंध हैं और पहले भी रहे हैं।