भीतरघात का उठा मुद्दा, बड़े नेताओं को उतारें मैदान में

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कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में पदाधिकारियों ने रखी अपनी बात
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक में आज फिर भीतरघात का मुद्दा उठा। इसके अलावा बैठक में बड़े नेताओं को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारने की बात भी सामने आई। इसके अलावा लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और  नेता प्रतिपक्ष द्वारा संयुक्त रूप से प्रदेशभर के दौरे करने का फैसला भी लिया गया।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सोमवार को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी और चुनाव समिति के सदस्यों की बैठक ली। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अहम निर्णय लिए गए। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सीटवार वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और संभावनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक में बड़े नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारने की बात उठी। पदाधिकारियों का कहना था कि बड़े नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारा जाना चाहिए। बड़े नेताओं को पार्टी ने सबकुछ दिया, अब जरूरत है कि बड़े नेता भी आगे आएं और कमजोर कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए मैदान में उतरें। वहीं विधानसभा चुनाव में भीतरघात का मुद्दा भी बैठक में उठाया गया। नेताओं का कहना था कि अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होना चाहिए। जिन विधानसभा प्रत्याशियों और विधायकों ने शिकायत की उसकी जांच कर करवाई की जाए। जांच मे भितरघात के सबूत मिले तो पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए।
बैठक में यह भी तय किया गया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार संयुक्त रूप से प्रदेश के दौरे करें साथ ही युवाओं में जोश भरे। स्थानीय नेताओं को सक्रिय करें और इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि वरिष्ठ नेता की नाराजगी सामने ना आए। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पूरा सम्मान मिलना चाहिए और युवाओं को आगे लाकर चुनाव की तैयारी करनी चाहिए। बैठक में 18 से 24 जनवरी तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पार्टी द्वारा संगठनात्मक सम्मेलन करने का फैसला भी किया गया।
लोकसभा सीटवार बनाई समिति
लोकसभा चुनाव को लेकर लोकसभा वार समिति बनाई गई। 31 जनवरी तक समिति को अपनी रिपोर्ट देनी होगी। समिति के सदस्यों को  सिर्फ दो से तीन नाम देने के निर्देश रहेंगे। माना जा रहा है कि फरवरी में लोकसभा के प्रत्याशी के नाम की घोशणा कर दी जाएगी। क्षेत्रवार समिति मे लोकसभा प्रभारी जिला, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, विधायक एवं 2023 विधानसभा के प्रत्याशी को जगह दी गई है। पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, मोर्चा संगठन के चारों अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी और जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष, महापौर और निगम नेता प्रतिपक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष को समिति मे जगह मिली है।
कोई निराशा नहीं, सबमें है जोश
बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बैठक में सबने अपने विचार रखे। पार्टी के लोगों ने बहुत योगदान दिया है, कोई निराशा नहीं है, सब बड़े जोश में है और यह आवश्यक भी है। हमारी बात कई विषयों पर हुई है। ईवीएम के मुद्दे पर भी बात हुई है, ईवीएम को लेकर जो भी फैसला होगा दिल्ली में होगा। फ़िलहाल हमारा फोकस लोकसभा चुनाव पर है। जिसको लेकर पार्टी के लोगों ने तैयारी तेज कर दी है।

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