25 मार्च तक सर्वे कराने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
भोपाल। प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हुए फसल के साथ पशुओं के नुकसान की भी भरपाई सरकार करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को 25 मार्च तक फसल सर्वे पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि 6 से 8 मार्च के बीच हुई बारिश के दौरान पहले फेस का सर्वे पूरा हो चुका है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सोमवार को बारिश से बर्बाद हुई फसल और किसानों की परेशानी को लेकर मुख्यमंत्री निवास में बैठक ली। बैठक में मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव राजस्व रिवेन्यू, प्रमुख सचिव कृषि सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रदेश के 20 जिलों में असमय बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी आई है। 6 से 8 मार्च के लगभग हुई बारिश के दौरान पहले फेस का सर्वे पूरा हो चुका है। 16 से 19 मार्च तक दूसरे फेस का सर्वे शुरू हो चुका है। सभी जगह सर्वे दल गठित हो चुके है और सर्वे का काम चल रहा है। सर्वे दल में राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को शामिल किया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज ने निर्देश दिए हैं कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों के साथ खड़ी है।
ईमानदारी से किया जाए सर्वे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे में लापरवाही ना हो, पूरी ईमानदारी से सर्वे किया जाए और किसी भी प्रकार की कोई गलती ना करें। राजस्व, कृषि और पंचायत विकास के अमले को सर्वे में एक साथ शामिल करें। सर्वे पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के कार्यालय में लगा दिया जाए।
किसान की आपत्ति आए तो किया जाए निराकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे होने के बाद किसी किसान की आपत्ति आती है, तो उसका भी निराकरण किया जाए। पूरी पारदर्शिता के साथ, संवेदना के साथ भाजपा की सरकार किसानों के साथ है। आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी। पशु हानि की भी सूचना आई है। पशु हानि के भी नुकसान की भरपाई मध्यप्रदेश सरकार करेगी। फसल सर्वे का पूरा काम 25 मार्च तक हो जाएगा।