सामाजिक आंदोलन और जनक्रांति बन गई मन की बात

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मुख्यमंत्री ने लाडली बहना योजना की अभ्यर्थियों के साथ सुनी मन की बात
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात देश के जन-जन की बात है। यह एक सामाजिक आंदोलन और जनक्रांति बन गई है। प्रधानमंत्री की “मन की बात“ से बेहतर कार्य करने वाले अलग-अलग लोगों को समाज के सामने लाने का मौका मिला है। मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी का हृदय से अभिनंदन करता हूँ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड को राजधानी भोपाल में लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों के साथ सुना और कार्यक्रम के बाद उन्हें संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री ने मन की बात सुनने आईं लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे आँसू बहाने के लिए पैदा नहीं हुई हैं। बहन-बेटियाँ मजबूर न रहें, मजबूत बनें, इसके लिए राज्य सरकार अनेक कार्यक्रम और योजनाएँ संचालित कर रही है। बहनें संकल्प लें कि वे गरीब नहीं रहेंगी। राज्य सरकार द्वारा शहरों में भी महिला स्व-सहायता समूह गठित करने का अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें बहनों का बैंक लिंगेज सुनिश्चित किया जाएगा और अपने काम-धंधे आरंभ करने के लिए 2 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा 2 मई को
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, बेटियों की पढ़ाई के लिए विभिन्न योजनाएं, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सहित अनेकों योजनाएँ क्रियान्वित की। महिला सशक्तिकरण के लिए शासकीय सेवा, पंचायत और नगरीय चुनावों में आरक्षण और महिलाओं के नाम अचल संपत्ति के पंजीयन में विशेष छूट जैसी व्यवस्था की गई। महिलाओं ने भी उन्हें सौंपी गई हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। प्रदेश में 45 लाख बेटियाँ लाड़ली लक्ष्मी योजना से जुड़ी हैं, प्रदेश में 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा।
10 जून को होगा क्रांति का दिन
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब और निम्न मध्यम परिवार की महिलाओं की जिंदगी बदलने के लिए हमारी सरकार संकल्पित है। उन्हें आत्म-निर्भर बनाने में लाड़ली बहना योजना प्रभावी सिद्ध होगी। योजना में रोजमर्रा की जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रतिमाह 1 हजार रूपए बहनों के खाते में डाले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी पात्र बहनों से अपील है कि वे योजना में आवेदन अवश्य करें। मई माह में आवेदनों की जांच के बाद 10 जून को बहनों के खाते में राशि जारी की जाएगी। यह दिन महिलाओं के लिए क्रांति का दिन होगा।
जनता की जगह किसी और की बात सुन रहे हैं मुख्यमंत्री
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बड़ी संख्या में अतिथि विद्वान राजधानी भोपाल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मूसलाधार बारिश के बीच वे मुख्यमंत्री से सिर्फ यही मांग कर रहे हैं कि जो वादा उन्होंने अतिथि विद्वानों से किया था, उसे पूरा करें। जानकारी के अनुसार एक महिला अतिथि विद्वान बेहोश भी हो गई हैं। मुख्यमंत्री जी मैं जानता हूं कि आप आजकल जनता के मन की बात सुनने की जगह किसी और के मन की बात सुन रहे हैं। लेकिन आपसे निवेदन है कि अतिथि विद्वान मध्यप्रदेश के भविष्य का निर्माण करते हैं, उनके साथ वादाखिलाफी किसी भी राजनीतिक शुचिता के खिलाफ है। आपको तत्काल उनकी न्यायोचित मांगों पर कार्यवाही करनी चाहिए।

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