भोपाल। धार जिले में जय आदिवासी युवा संगठन जयस की रैली में छोटे बच्चों को शामिल किए जाने के मामले को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने राज्य निर्वाचन आयुक्त के अलावा धार के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को नोटिस दिया है।
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जयस ने रैली निकाली थी। इस रैली में छोटे बच्चे भी शामिल हुए थे। इस मामले को लेकर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने गंभीरता दिखाई और राज्य निर्वाचन आयुक्त एवं धार के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को नोटिस दिया है। आयोग ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से तीन दिन में जवाब मांगा है।
आयोग ने नोटिस में बताया कि हमें एक लिखित शिकायत प्राप्त हुई है। इसमें बताया गया कि विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन यानी जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉक्टर हीरालाल अलावा ने धार जिले के मनावर में एक कार्यक्रम किया था। इस सभा में बच्चे शामिल हुए। नोटिस में लिखा है कि प्राथमिक रूप से यह किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 75 का उल्लंघन किया गया है। साथ ही भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन और अन्य आदेशों का भी उल्लंघन किया है। आयोग ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में स्पष्ट रूप से कहा है कि डा हीरालाल अलावा के खिलाफ जांच करते हुए प्रकरण दर्ज किया जाए। जिन्होंने विधि का उल्लंघन किया है। कलेक्टर व एसपी से संबंधित के खिलाफ जो कार्रवाई करते हुए उसकी रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के लिए कहा गया।
वहीं मनावर के कांग्रेस विधायक डा हीरालाल अलावा ने कहा कि नौ अगस्त को जो आयोजन हुआ था। वह आयोजन जय युवा आदिवासी संगठन का था, जो कि शुद्ध रूप से सामाजिक संगठन है। जयस राजनीतिक दल नहीं है।