पहले चरण के मतदान वाली सभी सीटों पर इस वर्ग का है खासा प्रभाव
भोपाल। प्रदेश में पहले चरण की छह लोकसभा सीटों के लिए होने वाले मतदान के पहले आदिवासी वर्ग के मतदाता को साधने की कवायद भाजपा ने तेज कर दी है। इन मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो स्थानों पर बड़ी सभाएं कराने की रणनीति है। भाजपा ने तीन-तीन सीटों पर फोकस कर प्रधानमंत्री की सभाएं कराने की तैयारी की है।
प्रदेश में पहले चरण में 19 अप्रैल को बालाघाट, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, ष्शहडोल और सीधी संसदीय सीट पर मतदान होना है। इन सीटों में मंडला और ष्शहडोल तो अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। जबकि चार अन्य सीटों बालाघाट, छिंदवाड़ा, सीधी और जबलपुर में भी आदिवासी वर्ग कुछ विधानसभा क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका का निर्वाह करता है। बालाघाट संसदीय सीट पर आठ में से पांच विधानसभा क्षेत्रों, छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों में आदिवासी वर्ग का मतदाता अह्म भूमिका में है। जबकि जबलपुर में आठ विधानसभा क्षेत्रों में से तीन विधानसभा क्षेत्रों और सीधी संसदीय सीट के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से पांच विधानसभा क्षेत्रों पर आदिवासी वर्ग निर्णायक भूमिका का निर्वाह करता है। इसके चलते भाजपा ने इस वर्ग के मतदाता को साधने की रणनीति पर काम करना तेजी से शुरू किया है। भाजपा ने रणनीति के तहत इन सीटों पर आदिवासी वर्ग के मतदाता को साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाएं कराने की रणनीति पहले से ही तय कर ली है।
चुनाव के पहले भी प्रधानमंत्री के हो चुके हैं दौरे
वैसे इन सीटों को लेकर भाजपा पहले से ही सक्रिय नजर आती रही है। चुनाव के कई महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंडला और शहडोल के दौरे हो चुके हैं। उस दौरान प्रधानमंत्री ने आदिवासी वर्ग के मतदाता से सीधा संवाद भी किया था। अब चुनाव के दौरान फिर इन सीटों को फोकस करते हुए भाजपा उनकी सभाएं तय कर रही है। भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री की दो सभाएं कराकर सभी छह सीटों को साधने की कवायद में जुटी है।
भोपाल। प्रदेश में पहले चरण की छह लोकसभा सीटों के लिए होने वाले मतदान के पहले आदिवासी वर्ग के मतदाता को साधने की कवायद भाजपा ने तेज कर दी है। इन मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो स्थानों पर बड़ी सभाएं कराने की रणनीति है। भाजपा ने तीन-तीन सीटों पर फोकस कर प्रधानमंत्री की सभाएं कराने की तैयारी की है।
प्रदेश में पहले चरण में 19 अप्रैल को बालाघाट, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, ष्शहडोल और सीधी संसदीय सीट पर मतदान होना है। इन सीटों में मंडला और ष्शहडोल तो अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। जबकि चार अन्य सीटों बालाघाट, छिंदवाड़ा, सीधी और जबलपुर में भी आदिवासी वर्ग कुछ विधानसभा क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका का निर्वाह करता है। बालाघाट संसदीय सीट पर आठ में से पांच विधानसभा क्षेत्रों, छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों में आदिवासी वर्ग का मतदाता अह्म भूमिका में है। जबकि जबलपुर में आठ विधानसभा क्षेत्रों में से तीन विधानसभा क्षेत्रों और सीधी संसदीय सीट के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से पांच विधानसभा क्षेत्रों पर आदिवासी वर्ग निर्णायक भूमिका का निर्वाह करता है। इसके चलते भाजपा ने इस वर्ग के मतदाता को साधने की रणनीति पर काम करना तेजी से शुरू किया है। भाजपा ने रणनीति के तहत इन सीटों पर आदिवासी वर्ग के मतदाता को साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाएं कराने की रणनीति पहले से ही तय कर ली है।
चुनाव के पहले भी प्रधानमंत्री के हो चुके हैं दौरे
वैसे इन सीटों को लेकर भाजपा पहले से ही सक्रिय नजर आती रही है। चुनाव के कई महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंडला और शहडोल के दौरे हो चुके हैं। उस दौरान प्रधानमंत्री ने आदिवासी वर्ग के मतदाता से सीधा संवाद भी किया था। अब चुनाव के दौरान फिर इन सीटों को फोकस करते हुए भाजपा उनकी सभाएं तय कर रही है। भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री की दो सभाएं कराकर सभी छह सीटों को साधने की कवायद में जुटी है।