तीन सांसदों को हैट्रिक का इंतजार, एक के सामने कड़ी चुनौती
भोपाल। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम 4 जून को आ जाएंगे। इस बीच राज्य की टीकमगढ़ सीट से भाजपा के प्रत्याशी अपनी लगातार आठवीं जीत की उम्मीद के लगाए हैं। वहीं मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते को सातवीं बार जीत भरोसा है। हालांकि मंडला में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी ने मुकाबले को कड़ा किया है। वहीं राज्य में तीन सीटों के सांसद हैट्रिक लगाने को आतुर हैं। इनमें एक सीट पर कड़ा मुकाबला नजर आ रहा है।
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव का इतिहास देखे तो वर्तमान सांसदों में टीकमगढ़ से सांसद वीरेन्द्र खटीक अब तक सबसे ज्यादा बार लोकसभा चुनाव जीते हैं। खटीक टीकमगढ़ लोकसभा सीट से अगर इस बार जीतते हैं तो वे इस सीट पर लगातार चौथी बार सांसद निर्वाचित होंगे। इसके पहले वे सागर संसदीय सीट पर 1996 से 2004 तक लगातार तीन बार जीत अर्जित कर चुके हैं। इसी तरह मंडला संसदीय सीट पर फग्गन सिंह अपनी सातवीं जीत अर्जित करना चाह रहे हैं। वे मंडला में 1996 से 2004 तक लगातार चार बार जीते। 2009 में कुलस्ते को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2014 से फिर लगातार जीतते आ रहे हें। इस बार मंडला सीट से वे सातवीं जीत का इंतजार कर रहे हैं। खटीक और कुलस्ते के बाद गणेश सिंह सतना से 2004 से लगातार जीतते आ रहे हैं। वे अब तक चार बार सांसद रह चुके हैं। इस बार उनके सामने कड़ी चुनौती बसपा प्रत्याशी ने खड़ी की है। यहां पर समीकरण बदले हैं। अब चुनाव परिणाम बताया कि गणेश सिंह पांचवी जीत हासिल कर पाते हैं या फिर नहीं।
ये सांसद तलाश रहे हैट्रिक
राज्य की मंदसौर, राजगढ़ और रीवा से भाजपा ने वर्तमान सांसदों को टिकट देकर मैदान में उतारा है। ये तीनों ही जीत की हैट्रिक तलाश रहे हैं। मंदसौर में सुधीर गुप्ता को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया। गुप्ता 2014 और 2019 का चुनाव जीते हैं। इस बार फिर मैदान में हैं। इसी तरह राजगढ़ सीट से रोडमल नागर पर भाजपा ने भरोसा जताया। वे भी 2014 और 2019 का चुनाव जीते हैं। उनके सामने इस बार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। इसके चलते मुकाबला कड़ा हुआ है। अगर नागर को जीत हासिल होती है तो वे अपनी जीत की हेटिक लगाते नजर आएंगे। वहीं रीवा से सांसद जनार्दन मिश्रा भी 2014 से लगातार जीत हासिल करते आए हैं। इस बार चुनाव जीते तो उनकी भी जीत की हैट्रिक होगी।