नई दिल्ली: लोकसभा में आज विपक्षी दलों ने मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत नोटबंदी मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की वहीं कांग्रेस ने अगस्तावेस्टलैंड सौदे में रिश्वत का आरोप लगाने के लिए सरकार की आलोचना की। विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे के लिए स्थगित कर दी गई।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों के सदस्य नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग करने लगे। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि कल हम चर्चा के लिए तैयार थे लेकिन चर्चा नहीं होने दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री ने बेबुनियाद आरोप लगाए जो सही नहीं है। इस पर अध्यक्ष ने उनसे कहा कि वह 12 बजे बोलें और इसके लिए 12 बजे का समय तय किया गया है।
इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया। वित्त मंत्रालय से जुड़ा एक प्रश्न लिया गया और मंत्री ने उसका जवाब भी दिया। हालांकि विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा। सुमित्रा महाजन ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सवाल किया कि क्या आज भी कोई काम नहीं करना है? सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
राज्यसभा का 241वां सत्र आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया और इसके पहले सभापति हामिद अंसारी ने सदन की कार्यवाही में लगातार व्यवधान पर अप्रसन्नता जताए हुए सभी पक्षों से आत्मविश्लेषण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि दिसंबर 2013 में 221वें सत्र के समापन पर उन्होंने जो टिप्पणी की थी, उसे दोहराने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन उनकी उम्मीदें गलत साबित हुई। नारेबाजी, पोस्टर दिखाने और कार्यवाही को बाधित किए जाने से संबंधित नियमों की सदन के सभी पक्षों द्वारा लगातार अवहेलना की गई। सदन में शंाति सिर्फ उसी समय रही जब दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी जा रही थी। सभापति के पारंपरिक संबोधन के बाद सदन में राष्ट्रगीत की धुन बजाई गई। उसके बाद सदन को पूर्वाह्न 11 बजकर 20 मिनट पर अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।