बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने खुलासा किया था कि उन्होंने 30 हजार रुपये देकर एक बार फिल्म फेयर अवॉर्ड खरीदा था. उस समय किए गए इस काम को लेकर ऋषि कपूर ने अब माफी मांगी है. ऋषि ने हाल ही में रिलीज हुई अपनी आत्मकथा ‘खुल्लम खुल्ला’ में लिखा है कि उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में फिल्म फेयर का ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता’ का अवॉर्ड खरीदा था.
एक समाचार को दिए इंटरव्यू के दौरान इस मुद्दे पर उठे सवाल पर ऋषि ने कहा कि ना, ना, ना..मैंने अवॉर्ड के नाम का खुलासा नहीं किया है, सिर्फ इतना कहा है कि मैंने अपनी फिल्म ‘बॉबी’ के लिए वो अवॉर्ड खरीदा था. ये याद दिलाने पर कि उन्हें उस वर्ष बॉबी के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ‘फिल्मफेयर अवॉर्ड’ मिला था, जो उन्होंने अमिताभ बच्चन (जंजीर) को पछाड़कर लिया था, तो ऋषि ने कहा कि ये उनमें से एक अवॉर्ड था. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो इसे लेकर खुद को दोषी मानते हैं.
64 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि लेकिन उस समय मैं मुश्किल से 20-21 साल का रहा होउंगा. बॉबी हिट होने के बाद अचानक मैं बहुत बड़ा स्टार हो गया था. मैं वास्तव में एक बिगड़ैल बच्चा था. उन दिनों मेरे पांव जमीन पर नहीं पड़ते थे, तभी एक व्यक्ति मेरे पास आए और कहा कि मुझे वो अवॉर्ड मिल सकता है. उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं वो अवॉर्ड पाना चाहूंगा? तो मैंने कह दिया ‘क्यों नहीं’. उस व्यक्ति ने कहा कि इसके लिए मुझे 30,000 रुपए देने पड़ेंगे. तब ये बहुत बड़ी रकम थी.
ऋषि से जब पूछा गया कि क्या ये उनके जीवन की सबसे बुरी घटना है? तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल, ये मेरी कच्ची उम्र का दोष है, मेरे पास सोचने-समझने की शक्ति नहीं थी, उस समय मेरे लिए कुछ भी सही-गलत नहीं था. मैं एक धनी व्यक्ति का बेटा था और अभिनेता होने के बाद मैं खुद को और धनी महसूस करने लगा था. ऋषि कपूर ने कहा कि मैं इसके लिए माफी मांगता हूं, लेकिन अब ये मेरे जीवन का हिस्सा है.