वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति अर्थात जुपिटर को गुरु की उपाधि प्राप्त है। बृहत पाराशर होरा शास्त्रनुसार संसार के स्मस्त प्राणियों में से बृहस्पति का प्रभाव सर्वाधिक रूप से मानव जीवन पर पड़ता है क्योंकि बृहस्पति ग्रह को भाग्य, धर्म, अध्ययन, ज्ञान विवेक, मोक्ष, दांपत्य में स्थिरता, यात्रा, क्रय-विक्रय, शयनकक्ष और अस्वस्थता व उपचार का कारक माना जाता है। कालपुरुष सिद्धांतानुसार बृहस्पति को सातवें और नवें घर का कारक माना गया है। पंचांग खंड प्रणाली अनुसार देव गुरु ने बृहस्पति दिनांक 11.08.16 को रात 10 बजकर 24 मिनट पर सिंह राशि को त्यागकर कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं। यह गोचर कन्फ्यूजन भरा दोहरी मानसिकता भरा रहेगा अतः इसका प्रभाव द्वादश राशियों के मन पर दिखाई देगा। इस ज्योतिषीय घटना से गुरु-राहू के बीच बना चांडाल योग समाप्त होगा व गुरु को शनि की दृष्टि से निजात मिलेगी।
बृहस्पति के कन्या राशि में गोचर करने पर विश्व को अचंभित करने वाले परिणाम देखने पड़ सकते हैं। इस गोचर के प्रभाव से विवाहित जोड़ों में दरार पैदा होगी जो तलाक तक भी पहुंच सकती है। गुरु के कन्या राशि के गोचर के रुझानों पर नज़र डालने से पता चलेगा की जब कभी गुरु बुध की राशि में आया है तबतब धार्मिक रूप से उथल- पुथल रही है। सन 1969 व 1992 में जब गुजरात दंगे हुए व बरी विध्वंश के समय गुरू कन्या राशि में गोचर कर रहा था। शास्त्रनुसार इन दंगों के कारण भयंकर दंगे भड़के और जान-माल की हानि हुई। बृहस्पति के इस गोचर के कारण आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक उथल-पुथल रहेगी। बृहस्पति का कन्या राशि में गोचर गुरुवार दिनांक 11.08.16 को रात 10 बजकर 24 मिनट से शुरु होकर मंगलवार दिनांक 12.09.17 को प्रातः 07 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।
मेष: विवादों से बचें। पराक्रम बढ़ेगा। विरोधियों से संघर्ष होगा। कार्यक्षेत्र अनुकूल रहेगा। विदेश से लाभ होगा। पारिवारिक क्षेत्र ठीक रहेगा।
उपाय: पान के पत्ते पर हल्दी लगाकर विष्णु मंदिर में चढ़ाएं।
वृष: स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। पेट व पैरों में तक़लीफ़ रहेगी। परिश्रम से धन मिलेगा। लाभ क्षेत्र मज़बूत होगा। शिक्षा क्षेत्र में लाभ होगा।
उपाय: पीपल के नीचे हल्दी की गाठें चढ़ाएं।
मिथुन: प्रोफ़ैशन अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र वृद्धि से पदोन्नति होगी। अधिकारी लाभ देंगे। सम्मान वृद्धि होगी। गाड़ी-घर का सुख मिलेगा।
उपाय: हरे कपड़े में चना बांधकर किसी वृद्ध विप्र को भेंट करें।
कर्क: यात्राएं लाभ देंगी। सहयोगी हेल्प करेंगे। आत्मविश्वास बढ़ेगा। भाइयों से विवाद होगा। लाभ बढ़ेगा। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा।
उपाय: देवी दुर्गा की पूजा करें और कन्याओं को मिठाई और फल दान करें।
सिंह: धन की बचत होगी। रूका धन प्राप्त होगा। घर परिवार में मांगलिक कार्य होंगे। प्रेम क्षेत्र अनुकूल रहेगा। एक्सिडेंट के योग हैं।
उपाय: कुंवारी कन्याओं को पीले वस्त्र दान करें।
कन्या: मानसिक प्रसन्नता मिलेगी। पारिवारिक माहौल बेहतर बनेगा। विवाह के योग हैं। प्रेम में सफलता मिलेगी। पदोन्नति के प्रबल योग हैं।
उपाय: गाय को भिगोई हुई चने की दाल खिलाएं।
तुला: समय अशुभ रहेगा। आत्मविश्वास कम होगा। भाग-दौड़ अधिक रहेगी। यात्राएं होगी। लोग बेवजह परेशान करेंगे। अत्यधिक ख़र्च बढ़ेगा।
उपाय: पीली सरसों सिर से वार कर जलाएं।
वृश्चिक: आर्थिक मामले अनुकूल रहेंगे। धनार्जन के नए स्रोत मिलेंगे। संतान पक्ष को सफलता मिलेगी। बिज़नैस में सफलता मिलेगी।
उपाय: कन्याओं को बेसन का हलवा खिलाएं।
धनु: बिज़नैस में बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे। व्यापार में लाभ मिलेगा। व्यवसाय बहुत सफल रहेगा। व्यापारिक यात्राएं सफल होंगी।
उपाय: नित्य केसर से तिलक करें।
मकर: भाग्योदय से विश्वास बढ़ेगा व समस्याएं मिटेंगी। बेकार भाग-दौड़ रहेगी। सामाजिक क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। पड़ोसियों से सम्बंध सुधरेंगे।
उपाय: घर की छत पर पीले फूलों का गमला लगाएं।
कुंभ: आत्मनिर्भर रहेंगे। अचानक धन प्राप्ति होगा। बड़ा निवेश करने से बचें। परिजनों से मन-मुटाव होगा। धर्म के प्रति रुझान बढ़ेगा।
उपाय: केले के पेड़ की पूजा करें।
मीन: विवाह योग बनेंगे। दांपत्य सुखी रहेगा। नवीन प्रेम मिलेगा। कार्यक्षेत्र अनुकूल रहेगा। इच्छा पूर्ति होगी। नए काम सफल होंगे।
उपाय: शिवालय में केले दान करें।