मास्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की कोशिश की गई है. क्रेमलिन ने दावा किया है कि पुतिन की हत्या करने के लिए यूक्रेन ने दो ड्रोन भेजे थे, जिन्हें मार गिराया है. रूस ने कहा है कि जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार उसके पास है. अब माना जा रहा है कि मास्को इस कथित घटना का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ पिछले 14 महीनों से चल रहे जंग में भी कर सकता है.
रूस ने कहा है कि हमले में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन घायल नहीं हुए हैं. क्रेमलिन इमारत को कोई भौतिक नुकसान भी नहीं हुआ है. रशिया ने इस कथित हमले को एक सुनियोजित टेररिस्ट एक्ट और रूसी संघ के राष्ट्रपति के जान को खतरे में डालने की कोशिश माना है.
दो ड्रोन को मार गिराने का दावा
क्रेमलिन ने अपने एक बयान में कहा, दो मानव रहित डिवाइस को क्रेमलिन की ओर भेजा गया था. दोनों उपकरणों को निष्क्रिय कर दिया गया है. क्रेमलिन ने कहा कि ड्रोन हमले के प्रयास के समय रूस के राष्ट्रपति परिसर में नहीं थे.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
रूस के सरकारी टीवी चैनल रशिया टुडे सहित सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो क्रेमलिन पर हुए हमले का है. हालांकि इस वीडियो को लेकर न्यूज 18 किसी भी तरह का कोई दावा नहीं करता है. इस वायरल वीडियो में बताया गया है कि अटैक के बाद क्रेमलिन पैलेस के पीछे हल्का धुआं उठा था. दावा यह भी किया जा रहा है कि राष्ट्रपति पैलेस के गुंबद के ठीक ऊपर एक ड्रोन को रूस द्वारा मार गिराया गया है.
ड्रोन पर लगाया बैन
जैसे ही ड्रोन द्वारा पुतिन को निशाना बनाने की खबर सामने आई मॉस्को के मेयर ने रूस की राजधानी के ऊपर ड्रोन उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी. एक बयान में मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि जब तक सरकारी अधिकारियों से विशेष अनुमति नहीं ली जाती, तब तक ड्रोन प्रतिबंधित रहेंगे. उन्होंने कहा कि प्रतिबंध अनधिकृत ड्रोन उड़ानों को रोकने के लिए था, जो कानूनी काम में बाधा डाल सकते थे.