मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि योग्यता और प्रतिभा होते हुए भी कई बार इसके प्रकटीकरण का हमें अवसर नहीं मिलता। राज्य शासन प्रयासरत है कि प्रदेश के दूरस्थ अंचलों में निवासरत युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और सुविधा उपलब्ध हो। इस उद्देश्य से शैक्षणिक संस्थाओं के साथ खेल और कला के क्षेत्र में उभर रहे युवाओं को आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। बिरसा मुंडा क्रिकेट लीग के माध्यम से हुई पहल अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान बिरसा मुंडा क्रिकेट लीग की 32 टीम के कप्तान एवं उप कप्तानों से निवास कार्यालय समत्व भवन में संवाद कर रहे थे । युवा आयोग के अध्यक्ष श्री निशांत खरे भी साथ थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोजगार के साथ युवाओं को अपना स्वयं का कार्य शुरू करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और सहयोग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रभावी योजनाएँ आरंभ की गई हैं। उन्होंने पेसा नियमों के क्रियान्वयन और सिकल सेल एनीमिया के संबंध में जागरूकता के लिए संचालित गतिविधियों में सहभागी बनने युवाओं को प्रेरित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार और समाज द्वारा संयुक्त रूप से किए गए कार्य अधिक प्रभावी होते हैं। मुख्यमंत्री ने युवाओं द्वारा अलीराजपुर के सिविल अस्पताल का नाम अमर शहीद छीतू किराड़ के नाम पर करने की माँग पर सहमति दी।
पश्चिमी मध्यप्रदेश के जनजातीय क्षेत्र की प्रतिभाओं को खेलों में आगे आने का मौका देने के उद्देश्य से इंदौर में पाँच दिवसीय बिरसा मुंडा क्रिकेट टूर्नामेंट किया गया था। टूर्नामेंट में सनावद, पानसेमल, महेश्वर, अलीराजपुर, धार, खरगोन, बागली, सेंधवा, भगवानपुरा, धमतरी, मूसाखेड़ी और कुक्षी सहित क्षेत्रीय टीमों ने भाग लिया।