नई दिल्ली (New Delhi)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की संयुक्त टीम ने मंगलवार को भोपाल और छिंदवाड़ा (Chhindwara) में छापा मारकर 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जबकि तेलंगाना पुलिस (Telangana Police) ने 5 अन्य लोगों को हैदराबाद (Hyderabad) से गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों के साथ ही पुलिस अधिकारियों ने कट्टरपंथी संगठन के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि भोपाल में बाग उमराव दूल्हा, जवाहर कालोनी और बाग फरहत अफजा से 10 संदिग्धों को पकड़े जाने की सूचना है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए लोगों में भोपाल गैस त्रासदी एक्टिविस्ट का एक बेटा भी शामिल है। वहीं छिंदवाड़ा से भी एक व्यक्ति को पकड़ा है। हालांकि, मप्र पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी कहने से बच रही है।
एनआईए और एटीएस की संयुक्त टीम ने भोपाल के ऐशबाग इलाके से चार संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर उनके पास से संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी सामग्री जब्त की है।
सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए युवकों के आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) से जुड़े होने के सबूत एनआईए और एटीएस को मिले हैं। इसके अलावा भोपाल के जवाहर कॉलोनी और बाग फरहत अफजा में से अन्य संदिग्धों को पकड़ा है। इस मामले में स्थानीय पुलिस को कोई खबर नहीं दी गई है।
ATS ने बरामद किया राष्ट्र विरोधी सामान
अधिकारी ने कहा कि एटीएस से मिली गुप्त सूचना के आधार पर तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद से पांच लोगों को संगठन से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने कहा कि एचयूटी के गिरफ्तार सदस्यों के पास से राष्ट्र विरोधी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कट्टरपंथी साहित्य बरामद किया गया। इस संगठन का नेटवर्क 50 से अधिक देशों में फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संगठन को पहले ही 16 देशों में प्रतिबंधित किया जा चुका है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल से 10 युवकों के अलावा छिंदवाड़ा से भी एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि यह सभी संदिग्ध एचयूटी नामक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन से जुड़े थे। इनके पास से इलेक्ट्रानिक उपकरण, धार्मिक साहित्य, मोबाइल, लैपटाप आदि उपकरण जब्त किए गए हैं। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। भोपाल के ऐशबाग पुलिस थाना प्रभारी चतुर्भुज राठौर ने बताया कि हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। अभी कुछ देर पहले तीन लोगों के परिवार थाने आए और बताया कि कुछ लोग खुद को पुलिसवाला बताकर घर में घुसे और लड़कों को पकड़ ले गए। पकड़ने वालों के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है।