आदिपुरुष के बदले डायलॉग भी बेअसर, विवादित डायलॉग बदलने के बाद भी धीमी पड़ी फिल्म की रफ्तार

0

मुंबई। बाहुबली फ्रेम प्रभास (Prabhas) की मल्टीस्टारर फिल्म आदिपुरुष का कलेक्शन लगातार कम होता जा रहा है। पहले वीकेंड में दमदार कमाई करने वाली ये मूवी अब सिमटती नजर आ रही है। हर दिन फिल्म का कलेक्शन गिर रहा है। बुधवार को आदिपुरुष की कमाई में भारी गिरावट देखने को मिली। शुरुआती रुझान बताते हैं फिल्म ने छठे दिन सिर्फ 7.50 करोड़ का इंडिया नेट कलेक्शन (India Net Collection) किया है।

फिल्म की कमाई में आई गिरावट

अगर बात आंकड़ों पर की जाए तो आदिपुरुष का 5 दिनों का इंडिया नेट कलेक्शन 247.80 करोड़ रहा है। हिंदी ही नहीं सभी भाषाओं की कमाई पर असर साफ दिखाई दे रहा है। प्रभास स्टरार मूवी का 6 दिनों का कुल कलेक्शन 255.30 करोड़ हो गया है। फिल्म ने दमदार फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन की बदौलत 250 करोड़ क्लब में एंट्री पाई। लेकिन आगे की राह थोड़ी मुश्किल नजर आती है।

500 करोड़ में बनी फिल्म

500 करोड़ में बनी आदिपुरुष लंबे इंतजार के बाद 16 जून को रिलीज हुई थी। रामायण से इंस्पायर इस फिल्म को लेकर लोगों के बीच एक ऐसा खुमार था कि हर कोई थियेटर्स में जाकर राम भक्ति में डूबना चाहता था। इस फिल्म के एडवांस बुकिंग ने ही सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। लेकिन जैसे ही फिल्म रिलीज हुई और आपत्तिजनक डायलॉग दर्शकों ने सुने तो फिर जनता का गुस्सा खुलकर सामने आने लगा। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों ने जमकर अपनी आपत्ति दर्ज करवाई। कई जगहों पर स्टारकास्ट और फिल्म के लेखक, डायरेक्टर के खिलाफ केस भी दर्ज करवाए गए। नेपाल के काठमांडू इस फिल्म को ही बैन कर दिया गया। वहीं कई राजनेताओं ने भी इस तरह की फिल्म पर बैन की पैरवी की थी।

ये हैं वो डायलॉग जिन्हें लोगों ने किया नापंसद

लंका दहन से पहले इंद्रजीत (वत्सल सेठ) बजरंबली (देवदत्त नाग) की पूंछ में आग लगाने से पहले कहते हैं -“जली ना अब और जलेगी. …. बेचारा जिसकी जलती है वही जनता है.” बजरंबली – “कपड़ा तेरे बाप का! तेल तेरे बाप का! जलेगी भी तेरे बाप की”
बजरंबली जब सीता से मिलने अशोक वाटिका जाते है जहाँ उन्हें लंका का एक राक्षसी सैनिक बजरंबली से कहता है – “तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया”
लंका दहन के बाद जब बजरंगबली राम सेना के पास पहुँचते है तो लंका में हुए दहन की व्याख्या में कहते हैं- “बोलकर आया हूँ लंका में कि जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे उनकी लंका लगा देंगे”
विभीषण (सिद्धार्थ कार्णिक) जब रावण को समझाने जाते हैं तब कहते है – “भैया आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं…”
लक्ष्मण को मूर्छित करने के बाद इंद्रजीत कहते हैं – “मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है.”
रावण विभीषण से कहता है – “अयोध्या में तो वो रहता नहीं. रहता तो वो जंगल में है. और जंगल का राजा शेर होता है. तो वो कहा का राजा है रे…”

Leave A Reply

To Top