ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के जन्मांग चक्र में राहु और केतु की स्थिति आमने-सामने की होती है। इसके साथ ही अगर बाकी सात ग्रह राहु केतु के एक तरफ हो जाएं और दूसरी ओर कोई ग्रह न रहे, तो ऐसी स्थिति में कालसर्प योग बनता है। इसे ही कालसर्प दोष कहा जाता है। कुंडली में कालसर्प दोष होने पर कई तरह के संकेत नजर आते हैं। लेकिन आपको काल सर्प दोष से घबराने की जरूरत नहीं है. कुछ उपाय करने से काल सर्प दोष से छुटकारा पा सकते हैं आइये जानते हैं, कालसर्प दोष के लक्षण और उपाय के बारे में।
कालसर्प योग से छुटकारा के लिए सावन में करें ये उपाय
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, सावन का महीना बहुत पवित्र होता है और इस महीने में सभी देवी-देवता पृथ्वी पर भ्रमण करने आते हैं. इनमें भगवान शिव भी शामिल हैं जो एक लोटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं. इस बार सावन का महीना 4 जुलाई 2023 को शुरू होगा और इस साल सावन 2 महीने का है. कहा जाता है कि अगर कुंडली में कालसर्प दोष है तो भगवान शिव को प्रसन्न करना जरूरी है और इस साल इसके लिए भक्तों को काफी समय मिलेगा.
ऐसे दूर करें कालसर्प दोष
- सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से नाग देवता भी प्रसन्न होते हैं. यदि आप पर भगवान शिव की कृपा हो गई तो नाग देवता के सभी दोष दूर हो जाएंगे. कालसर्प दोष दूर करने के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम है.
- सावन के पूरे महीने में लोग भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं और उन्हें प्रसन्न करते हैं. इसके अलावा महामृत्युंजय मंत्र या ॐ नमः शिवाय का जाप करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से 1,32,000 बार करना चाहिए.
- भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए.
- रोजाना शिवलिंग पर दूध, गंगाजल और शहद मिलाकर अभिषेक करने और बिल्व पत्र चढ़ाने से भी कालसर्प दोष दूर हो जाता है