भोपाल। मध्यप्रदेश में नर्सिंग फर्जीवाड़े के चलते नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार स्टेला पीटर को 15 दिन में हटा दिया गया है। स्टेला पीटर को वापस अपने मूल विभाग जबलपुर नर्सिंग कॉलेज भेज दिया गया है, क्योंकि स्टेला पीटर की नियुक्ति और योग्यता पर सवाल उठ रहे थे. जिसके बाद उन्हें हटा दिया गया है.
दरअसल सुनीता सीजू की जगह स्टेला पीटर नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार बनाई गई थी। जबलपुर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सुनीता सीजू हटाई गई थी। सुनीता सीजू पर नर्सिंग कॉलेज को गलत तरह से मान्यता देने के आरोप लगे थे। अब स्टेला पीटर को 15 दिन में ही रजिस्ट्रार पद से हटाकर भूल विभाग भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के 375 कॉलेजों में 1.25 लाख से अधिक नर्सिंग स्टूडेंट्स पिछले 3 वर्षों से किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं। जिन छात्रों ने 2020-21 में एडमिशन लिया था, वे अभी तक फर्स्ट ईयर की परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं, जबकि कॉलेजों में जनवरी 2023 तक छात्रों का एडमिशन जारी रहा है। राज्य नर्सिंग काउंसिल से पता चला कि मान्यता प्राप्त नर्सिंग कॉलेज या तो कागजों पर चल रहे थे या एक कमरे के किराए के आवास से चलाए जा रहे थे। कई मामलों में इन नर्सिंग काउंसिल से मान्यता प्राप्त कॉलेजों का अस्पतालों से कोई संबंध नहीं था। साथ ही इन तथाकथित नर्सिंग कॉलेजों को मेडिकल कॉलेजों से संबद्धता मिल गई थी तब फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था।